L19 DESK : सीबीआइ टीम ने पश्चिमी झरिया क्षेत्र स्थित मुरलीडीह कालोनी निवासी बीसीसीएल कर्मी भीम बाउरी के घर पर गुरुवार रात को मारा छापा । उसे नो ड्यूज (कर्मी पर बकाया नहीं) प्रमाणपत्र के लिए विजय टुडू नामक युवक से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया । टीम में शामिल सीबीआइ अधिकारी उसे मुनीडीह गेस्ट हाउस ले गए, वहां उससे पूछताछ कर रही है ।
क्वार्टर के नो ड्यूज के लिए प्रमाणपत्र
दरअसल, मुरलीडीह 20/21 पिट्स कोलियरी में भीम स्विच आपरेटर है। इसके अलावा, उसे धौड़ा सुपरवाइजर का भी काम देखने का जिम्मा दिया गया है । विजय टुडू के जीजा रविलाल हांसदा बीसीसीएल में काम करते थे। फरवरी में वह सेवानिवृत्त हो गए। उनकी ग्रेच्युटी की रकम अब तक नहीं मिली है। उसके लिए क्वार्टर का नो ड्यूज प्रमाणपत्र देना जरूरी है
सीबीआई से शिकायत करने पर बनी बात
विजय का कहना है कि रविलाल दौड़ रहे थे, मगर उनको प्रमाणपत्र नहीं दिया जा रहा था । भीम का कहना था कि प्रमाणपत्र को निर्गत कराने के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत देनी होगी। रिश्वत के लिए उनको दौड़ाया जा रहा था। तब रविलाल ने फैसला लिया कि सीबीआइ से शिकायत करेंगे। विजय ने सीबीआइ को लिखित शिकायत दी और पूरी बात बताई। जिसके बाद सीबीआइ ने अपना जाल बुना और गुरुवार रात को आरोपित को पकड़ लिया।
रिश्वत के खेल से मजदूर त्रस्त
पूछताछ में भीम बाउरी ने बताया इस रिश्वतखोरी के रैकेट में अधिकारियों के भी शामिल होने की बात कही है । अधिकारियों के ही इशारे पर वह रिश्वत ले रहा था। रात तक सीबीआइ उससे पूछताछ कर रही थी । इधर बीसीसीएल श्रमिकों का कहना है कि मुरलीडीह में क्वार्टर आवंटन के नाम पर रिश्वत का खेल तो सालों से चल रहा है। नो ड्यूज के लिए मजदूरों को परेशान किया जाता है। तंग आकर वे रिश्वत देने को मजबूर होते हैं।