l19/DESK : झारखंड में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक पहुंच रहा है राजनीतिक दलों की हलचलें बढ़ गई है कोई नया मेनीफेस्टो बनाने में लग गया है तो कोई लुभावने लुभावने विडिओ बनाकर आम जनता को रिझाने का प्रयास कर रहा है। ऐसा ही एक लुभावना विडिओ भाजपा ने भी जारी किया है जो इन दिनों काफी वायरल हो रही है। इस विडिओ में जनता द्वारा सरकार से सवाल पूछा जा रहा है कि पिछले साढ़े चार साल पहले आपने जो वादा किया था वह पूरा हुआ क्या?
इस वीडियो के माध्यम से जनता…. आम जनता से ही पूछ रही है आपको मिला क्या? आपको मिला क्या? हालांकि यह डायलॉग कुछ खास प्रभाव छोड़ने सफल नही हो पा रहा है क्यूंकि ऐसे सवाल, ऐसे वादे हर चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियां करती रहती हैं इसलिए जनता अब इन वादों से प्रभावित होने वाली नही है। ऐसे में सवाल उठता है कि ये जो भाजपा का… आपको मिला क्या? आपको मिला क्या? वाला डायलॉग कितना प्रभावी हो पाएगा,कितना नहीं…. यह तो वक्त ही बताएगा।
कुछ दिनों बाद इंडिया गठबंधन भी ऐसा ही वीडियो पब्लिक प्लेटफ़ोम पर लाएगी,जहां वह भी जनता को लुभाने और रिझाने का प्रयास करेगी। ऐसे में भाजपा द्वारा जारी विडिओ क्लिप से आम पब्लिक कितनी आकर्षित होगी या इसे हवाहवाई मानकर स्किप कर देगी यह तो आने वाले चुनाव में ही देखने को मिलेगा। लेकिन जो मुद्दे विडिओ के माध्यम से बीजेपी उठा रही हैवैसे मुद्दे जैसे नौकरी,रोजगार,आवास, कृषि, विकास,आधारभूत अवसंरचना जैसे मुद्दे भाजपा का भी है क्योंकि केंद्र में पिछले 10 सालों से भाजपा की ही सरकार है, ऐसे में पब्लिक सवाल तो भाजपा से भी करेगी… कि आपने पिछले 10 सालों में दिया क्या?
वैसे ये तो सवाल जवाब तो सभी राजनीतिक पार्टियों में चलती रहती है लेकिन झारखंड की आम जनता भी भाजपा से कुछ सवाल करना चाहती है।
1.क्या राज्य में आदिवासी धर्म कोड लागू करेगी?
2.क्या राज्य में जल जंगल जमीन को बचाएगी?
3.क्या राज्य को धर्म से लड़ाने वालों से सुरक्षा देगी?
4. क्या CNT, SPT एक्ट में छेड़छाड़ नही करेगी?5.क्या लैंड बैंक में छेड़छाड़ नही करेगी?
6.क्या SC,ST एक्ट में छेड़छाड़ नही करेगी?
7.क्या राज्य में स्थानीयता आधारित नियोजन नीति लागू करेगी?
8.क्या राज्य का बकाया रकम केंद्र से वापस दिलवायगी?
9.क्या धर्म की राजनीति खत्म करेगी?
हालांकि ये सवाल आम जनता खासकर झारखंड के आदिवासी समाज द्वारा राज्य के सभी राजनीतिक दलों से पूछा जा रहा है क्योंकि झारखंड अलग हुए 24 साल से भी अधिक समय हो गया लेकिन जब भी मुद्दों की राजनीति की बात होती है तो ये सारे मुद्दे मर जाते हैं लेकिन जब चुनाव आता है यही मुद्दे फिर से जिंदा हो जाते हैं। ऐसे में इन सवालों का उठना लाजमी है….क्योंकि जनता की भावनाओं के साथ तो सभी खिलवाड़ करते ही हैं लेकिन जब उनके आत्मसम्मान की बात होती है तो सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी आत्म सम्मान की फिक्र करने लगते हैं।