L19/DESK : कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल ने आज होटवार स्थित बत्तख प्रजनन केन्द्र और अजोला शेड के उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि हमें झारखंड को पॉल्ट्री और एग्री के क्षेत्र में काफी आगे ले जाना है। उन्होंने निदेशक पशुपालन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके ही प्रयास से यह सब संभव हो पाया है। जीर्ण शीर्ण पड़े प्रजनन केन्द्र का जिर्णोद्धार की योजना का सफल तरीके से कार्यान्वयन करना सबसे बड़ी चुनौती थी लेकिन विभाग के सभी पदाधिकारियों के समन्वय की वजह से प्रजनन केन्द्र अब नये रूप में सामने आ गया है। हम लंबे समय से इसके उद्धार की सोच रहे थे। इस प्रजनन केन्द्र के शुरू होने से आपको अगले तीन महीने में नतीजे भी सामने आने लगेंगे और यह एक मॉडल प्रजनन केन्द्र बनेगा।
इस दौरान उन्होंने रांची के होटवार स्थित दुग्ध आपूर्ति सह गव्य प्रक्षेत्र भी गये जहां उन्होंने कटर यूनिट और केंचुआ खाद यूनिट का लोकार्पण किया। राज्य का पॉल्टी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश और मंत्री के नेतृत्व में 90 हजार क्षमता वाला हैचरी यूनिट है जो मार्च तक शुरू हो जायेगा। आज 2 हजार बत्तख को रखा गया है जल्द ही यहां दस हजार बत्तख को रखा जायेगा प्रतिदिन 10 हजार बत्तख के अंडे और 80-90 हजार मुर्गी के अंडों का उत्पादन प्रतिदिन हो सकेगा। साथ ही मीट का भी उत्पादन हो सकेगा। यह सेंटर राज्य के लिये एक बड़ा एक्सपोजर बनेगा। कृषि पशुपालन विभाग ने राजधानी रांची के होटवार स्थित दुग्ध आपूर्ति सह गव्य प्रक्षेत्र में एक मिसाल कायम की है। वह भी महज चार महीने के अंदर।
पशुपालन विभाग के पास होटवार में 160 दुधारू भैंसे हैं जिसने आज से चार महीने पहले मात्र 30 लीटर दूध का उत्पादन होता था लेकिन विभागीय सक्रियता की वजह से आज हर दिन 280 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। जबकि भैंसों की संख्या में कोई भी वृद्धि नहीं हुई है। मामले की जानकारी देते हुए होटवार डेयरी फॉर्म जीएम डॉक्टर नरेन्द्र कुमार ने बताया कि भैंसों को बेहतर सुविधा दी जा रही है साथ ही उन्हें पोषक चारा उपलब्ध कराया जा रहा है और उनकी उचित देखभाल की वजह से ही यह संभव हो पाया है। इस दौरान मुख्य रूप से सीईओ जेएसआईए डॉक्टर प्रवीण कुमार झा, वेटनरी आफिसर, क्षेत्रीय कुक्कुट धनंजय कुमार सिन्हा सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।