l19/DESK : झारखंड में लंबे समय से आंदोलन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों पर राज्य की पुलिस ने आज लाठियों की बरसात कर दी। दरअसल, सहायक पुलिसकर्मी सुरक्षा घेरा तोड़कर अलग रास्तों से सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे थे. इस बीच दोनों के बीच झड़प हो गयी। जानकारी के मुताबिक, इस झड़प में करीब 40 से 50 सहायक पुलिसकर्मी घायल हो गये, किसी का सिर फट गया, तो किसी को गंभीर चोटें आयी हैं, फिलहाल घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि पुलिस प्रशासन ने महिला सहायक पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी भी की और मोरबड़ी मैदान में उनके द्वारा लगाये गये टेंट,तंबू को चाकू से काट काटकर चिरफाड़ दिया गया इस दौरान महिलाओं के प्राइवेसी की धज्जियां भी उड़ा दी गयी।
बताते चलें कि आज यानी शुक्रवार सुबह सहायक पुलिस कर्मियों का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के वरीय अधिकारियों के साथ वार्ता करने सीएम आवास पहुंचे थे,जहां 1 साल अनुबंध बढ़ाने और वेतन बढ़ोतरी पर सहमित भी बनी थी। परंतु इस दौरान धरना स्थल पर बैठे अन्य सहायक पुलिस कर्मी उठकर सीएम आवास का घेराव करने पहुंच गये. जहां उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गयी। इस दौरान सुरक्षा बलों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे उनसे उलझ गए। इस दौरान वहां पर पथराव भी हो गया जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। सूचना यह भी है कि वहां खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गयी है।
ज्ञात हो कि सहायक पुलिसकर्मी लंबे समय से आंदोलनरत हैं. इससे पहले भी उन्होंने विशेष सत्र के दौरान विधानसभा के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. उनकी बहाली उस वक्त की तत्कालीन सरकार रघुवर दास के समय साल 2017 में हुई थी. इसका मकसद राज्य के 12 नक्सल प्रभावित जिलों में विधि व्यवस्था दुरुस्त रखने में पुलिस कर्मियों की सहायता करना था. तब से लेकर आज तक उन्हें दस हजार रुपये ही मिलता है. उनकी मांग है कि सहायक पुलिस कर्मियों की सेवा स्थायी की जाए और उन्हें पुलिस सेवा में समायोजित कर दिया जाए।