L19 DESK : आज यानि 6 जुलाई को धुमकुड़िया भवन, करमटोली मे केन्द्रीय सरना समिति, झारखण्ड प्रदेश के अध्यक्ष अजय तिर्की ने मध्यप्रदेश में घटित घटना पर रोष प्रकट किया! भाजपा/ मनुवादियों द्वारा दिन-ब-दिन आदिवासियों के प्रति अपनी मानसिकता स्पष्ट है। श्री तिर्की ने कड़े शब्दों में कहा दोषियों का घर और मनोबल दोनों तोड़ने की जरूरत है। उन्होंने 8 जुलाई को भाजपा कार्यालय घेराव कि घोषणा कि।
आदिवासी जनपरिषद् के अध्यक्ष प्रेमशाही मुण्डा ने ने युनिफोर्म सिविल कोड को आदिवासी विरोधी बताते हुए, समान कानून से आदिवासियों के जल, जंगल एवं जमीन पर सीधे सेंध मारा जाएगा।
आदिवासी संयोजक समिति के लक्ष्मीनारायण मुण्डा ने बाबूलाल मरांडी एवं समस्त आदिवासी विधायकों, सांसदों को घेरा। दोहरे चरित्र वाले नेता किस मांद में घुसे हुए हैं। जो आदिवासी आदिवासी जाप करते हैं। आदिवासी सेना के महासचिव अलविन लकड़ा ने ऐसे कृत्यों के लिए सिर्फ फांसी होने कि, सरकार से मांग कि। आदिवासी समाज को संगठित और लड़ाका बनने का संदेश दिया।
मुख्य रूप से रूपचन्द्र जी,अभय भुटकुवार, अनिल उरावं , विकास तिर्की, रंजीत उरावं, विजय कच्छप, सिमोन कच्छप,मनोज कच्छप (लाला), दिनेश कच्छप, संजू कच्छप , रवि खलखो, बिरसा मुंडा, संतोष गाड़ी, जयंत कच्छप, अजीत उरावं, विशाल लिण्डा, बब्लू उरावं, बुद्धेश्वर उरावं, मनोज मुण्डा उपस्थित रहे ।