L19 Desk : झारखंड में मॉनसून अब समाप्ती की ओर है। धीरे धीरे मॉनसून का असर कमज़ोर पड़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में राज्य के कुछ ज़िलों में हल्की बूंदाबांदी ज़रूर हुई, मगर बारिश के आसार फिलहाल न के बराबर हैं। मौसम विभाग के अनुसार कुछ जगहों पर गरज के साथ तेज हवाएं और वज्रपात की संभावना बनी हुई है।
बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का असर
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची ने बताया कि 2 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके असर से 2 से 5 सितंबर के बीच झारखंड के कई जिलों में गर्जन, तेज हवाओं और वज्रपात की संभावना है। आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
पिछले 24 घंटे की स्थिति
बीते 24 घंटों में राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
- सबसे अधिक बारिश धनबाद के पंचेत में 13.8 मिमी दर्ज की गई।
- अधिकतम तापमान में अगले 3 दिनों तक कोई खास बदलाव नहीं होगा।
- उसके बाद 2–3 डिग्री तक तापमान में गिरावट संभव है।
अगस्त में सामान्य से कम बारिश
अगस्त 2025 में झारखंड को सामान्य बारिश से कम पानी मिला।
- सामान्य बारिश : 290.6 मिमी
- वास्तविक बारिश : 251.5 मिमी
- यानी इस बार अगस्त में 13% कम बारिश हुई।
देवघर, गढ़वा, गोड्डा और पाकुड़ में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई, जबकि अन्य जिलों में सामान्य या उससे अधिक हुई।
मानसून का कुल बैलेंस : 27% ज्यादा बारिश
1 जून से 31 अगस्त 2025 के बीच झारखंड में कुल 1013.1 मिमी बारिश हुई। यह सामान्य (798.8 मिमी) से करीब 27% अधिक है।
- रांची, धनबाद समेत 10 जिलों में अब तक 1000 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
- यानी समग्र तौर पर इस बार मानसून झारखंड के लिए औसत से बेहतर साबित हुआ है।