कई नेता हैं विधायक दल के नेता के रेस में
L19/DESK : झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में आदिवासी चेहरा और पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को जवाबदेही सौंप दी है। अब पार्टी संगठन की ओर से झारखंड विधानसभा नें पार्टी विधायक दल के नये नेता का चुनाव किये जाने के संकेत दिये जा रहे हैं। विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी हैं। अब वे प्रदेश अध्यक्ष भी बन गये हैं। अब नये विधायक दल के नेता के रूप में नेता का चयन करने की कवायद शुरू हो गयी है। इसमें पार्टी के संगठन प्रभारी और नये प्रदेश अध्यक्ष की सहमति ली जायेगी। जानकारी के अनुसार विधायक दल के नेता के रेस में कई नाम हैं। इसमें पार्टी के मुख्य सचेतक विरंची नारायण, अनंत ओझा, भाजपा अनुसूचित जाति, जनताति मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष औऱ विधायक अमर बाउरी, पूर्व उप मुख्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और मंत्री रहे सीपी सिंह शामिल हैं। इन नामों में भाजपा के मुख्य सचेतक विरंची नारायण और अनंत ओझा का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।
पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 और इसी साल नवंबर में होनेवाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सांगठनिक ढांचे समेत अन्य फेरबदल करने शुरू कर दिये हैं। आठ माह बाद यानी मई माह में लोकसभा के चुनाव होंगे और इसके ठीक छह माह बाद झारखंड विधानसभा का चुनाव तय है। इसलिए प्रदेश अध्यक्ष के बाद विधायक दल के नेता का चयन दोनों चुनावों को देख कर किया जा रहा है। पार्टी के अंदरखाने यह चर्चा है कि भाजपा विधायक दल का नेता वैसे व्यक्ति को मिल सकता है, जो लंबे समय तक नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता रखता हो। भाजपा के विधायकों में अगर कोई दावेदार हैं तो जातिवार इनकी समीक्षा की जा रही है। इसमें सामान्य कोटे से अनंत ओझा, अन्य पिछड़ा वर्ग से विरंची नारायण, अनुसूचित जाति संवर्ग से अमर बाउरी भी शामिल हैं। इन नेताओं की ताकत और कमजोरी दोनों पहलुओं पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।