
L19/Ranchi : रांची विवि के सेंट्रल लाइब्रेरी के छज्जे का हिस्सा बुधवार को मंतोष बेदिया नामक छात्र पर गिरने से मौत हो गयी। इसके बाद से छात्रों में लगातार आक्रोश है। इसी बीच यह बात सामने आयी है कि विश्वविद्यालय के बेसिक साइंस भवन और आर्यभट्ट सभागार के दोनों तरफ के पीछे के हिस्से का छज्जा भी हर रोज टूट कर गिर रहा है। पीजी आर्ट्स विभाग के भवनों की भी हालत खस्ती है। इसके अलावा, बाथरुम में पानी और सफाई की भी कमी है। पीजी कॉमर्स भवन की स्थिति भी खराब हो गयी है। मोरहाबादी में विवि कर्मियों के लिये बनाये गये स्टाफ क्वार्टर की भी स्थिति खराब है। यहां भी छज्जे और दीवार वक्त वक्त पर गिरते रहते हैं। इनके मरम्मत के लिये विवि प्रशासन को बार पत्र लिखकर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया है। मगर इस पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
यही नहीं, पुस्तकालय की बाथरूम की भी स्थिति धराशायी है। इधर, कुछ दिन पहले ही बाथरूम के छत का प्लास्टर गिरने से एक छात्रा के साथ हादसा होने से बच गया। बाथरूम में न पानी रहता है, और न ही साफ-सफाई का इंतजाम है। इसी कारण से छात्र जेनरेटर के बगल की गली जहां बुधवार को हादसा हुआ, वहीं पेशाब करने के लिये जाते हैं। पार्किंग के लिये भी जगह की कमी के कारण कई छात्र अपनी बाइक, साईकिल छज्जा के नीचे लगा देते हैं। पार्किंग एरिया में भी एक सूखे पेड़ के गिरने का डर लगा रहता है।
इस संबंध में रजिस्ट्रार मुकुंद चंद्र मेहता ने धरना दे रहे छात्रों के साथ बैठकर समझाने का प्रयास किया। हालांकि, उन्होंने छात्रों के विरोध का समर्थन किया। इधर, कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा दोपहर 3 बजे पुस्तकालय में घटनास्थल पर आये। वहां मंतोष के पिता सहजनाथ बेदिया, भाई व बहन भी मौजूद थे। कुलपति ने मृतक के परिवार को 4 लाख मुआवजा व किसी एक को चतुर्थ वर्ग में योगदान देने को कहा। मौके पर मृतक के परिजन को 1 लाख का चेक भी साइन करके दिया। कुलपति ने कहा कि मुआवजे की राशि एक हफ्ते में किश्तों में दे दी जायेगी। कुलपित ने सीसीडीसी डॉ पीके झा और संपदा पदाधिकारी अर्जुन राम को तत्काल हटाने की घोषणा की।
छात्रों ने कुलपति को घेरकर स्थिति से कराया अवगत
घटना के बाद कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा सेंट्रल लाइब्रेरी पहुंचे। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने उन्हें घेरकर भवनों की जर्जर स्थिति के बारे में बताया। विद्यार्थियों ने कुलपति से कहा कि कई बार लाइब्रेरियन व छात्र संगठन के माध्यम से लिखित शिकायत की गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। इसके बाद कुलपति ने लाइब्रेरी भवन के जर्जर हिस्सों का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर व अधिकारियों से गुरुवार को ही मरम्मत के लिए कदम उठाने के लिए कहा गया है. कुलपति ने सेंट्रल लाइब्रेरी की जेनरेटर गली को बंद करने का निर्देश दिया।
सेंट्रल लाइब्रेरी अगले आदेश तक बंद
रांची विवि के प्रशासन ने हादसे के बाद सेंट्रल लाइब्रेरी को मरम्मत के लिये 15 जून से अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। इसकी सूचना लाइब्रेरी में चिपका दी गयी है। साथ ही गार्ड को हिदायत दी गयी है कि जिस जगह हादसा हुआ है, वहां किसी को भी साइकल या कोई भी वाहन लगाने की अनुमति नहीं है। इसके साथ ही हादसे की जांच के लिये रांची विवि प्रशासन ने डीएसडब्ल्यू प्रो सुदेश साहू की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय जांच कमिटी गठित की है। इसमें सोशल साइंस की डीन डॉ मधुमिता दासगुप्ता और स्नाकोत्तर भौतिकी के विभागाध्यक्ष डॉ एसके डे शामिल हैं। कमिटी को एक हफ्ते का समय दिया गया है।
