L19/Pakur : पाकुड़ जिले के नरोत्तमपुर गांव में एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ खुदकुशी करने की कोशिश की। महिला ने पास के खेत में अवस्थित कुंए में बच्चों के साथ छलांग लगा ली। कुंए में कूदने से महिला के एक साल के बीमार बेटे की मौत हो गई। खेत में काम करने वाले दूसरे किसानों ने महिला और उसके साथ दो अन्य बच्चों को बचा लिया। महिला की पहचान साहिबगंज जिले के बरहरवा के निवासी तरुण रजवार की पत्नी के रूप में की गयी है। 26 वर्षीय महिला का नाम ज्योत्सना देवी है। महिला का मायके सदर प्रखंड के दादपुर पंचायत अंतर्गत सरायढेला गांव है। 2016 में ज्योत्सना देवी का विवाह तरुण रजवार से हुई थी। दंपत्ति के तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी और दो बेटा शामिल हैं । तीनों बच्चों में से एक साल का सबसे छोटा बेटा जन्म से ही मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर था।
महिला का आरोप है कि बेटे के बीमारी का इलाज में खर्च को लेकर पति अरुण रजवार हमेशा विवाद होता रहता है। पति ने उसके साथ मारपीट भी की थी। महिला ने रोज-रोज की मारपीट से तंग आकर तीनों बच्चों के साथ मौत को गले लगाना ही बेहतर समझा । बिना किसी को कुछ बताएं वह तीन बच्चों को साथ लेकर घर से निकल गई और नरोत्तमपुर गांव के पास खेत में स्थित मनरेगा से निर्मित कुएं के पास पहुंची और खुदकुशी करने का प्रयास की।
इस दौरान कुएं के आसपास खेत में कुछ किसान काम कर रहे थे। उन्होनें महिला और उसके दो बच्चे को बचा लिया, लेकिन एक बच्चे को नहीं बचा पाए। किसानों ने बताया कि महिला ने कुएं के पास आते ही सबसे छोटे बीमार बच्चे को कुएं में फेंक दिया और फिर दो अन्य बच्चों के साथ खुद कुएं में छलांग लगाने की कोशिश करने लगी। किसानों को महिला की हरकत देख उसे पकड़ लिया। महिला को दोनों बच्चों के साथ कुएं में छलांग लगाने से बचा लिया। महिला और दो बच्चों की जान तो बच गई, लेकिन कुएं में फेंके गए बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
कुएं में पानी भरे होने की वजह से बच्चे का शव अभी तक नहीं मिल पाया है। स्थानीय लोगों ने बच्चे की काफी तलाश की, लेकिन कोई अता-पता नहीं चल पाया है। सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। जिला प्रशासन बच्चे को कुआं से निकालने को लेकर जेनरेटर के माध्यम से कुआं से पानी निकलने का कार्य किया जा रहा है। पुलिस महिला और दोनों बच्चों को थाना लेकर आई है, जहां आगे की कार्रवाई की जा रही है।