L19/Gumla : झारखंड के लिए बड़ी खुशी बात है। सिविल सर्विस डे पर इस वर्ष उत्कृष्ट कार्य के लिए गुमला के डीसी सुशांत गौरव को पीएम के द्वारा अवार्ड से सम्मानित करेंगे। इसको लेकर पूरे जिलेवासियों में काफी खुशी की लहर है। लोक प्रशासन में बेहतरीन कार्य को लेकर पीएम अवार्ड के लिए गुमला का हुआ चयन हुआ। इस उपलब्धि के लिए जिलेवासियों ने डीसी को बधाई दी।
सिविल सर्विस डे पर देशभर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों एक गुमला
21 अप्रैल को नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा गुमला के डीसी सुशांत गौरव को अवार्ड दिया जाएगा। बताते चलें कि झारखंड का पहला जिला गुमला है जिसे इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। हर वर्ष सिविल सर्विस डे पर दिया जाता है पीएम अवार्ड।
बताते चलें कि हर वर्ष सिविल सर्विस डे पर देशभर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों में से एक का पीएम अवार्ड के लिए चयन किया जाता है। इस वर्ष यह अवार्ड झारखंड के गुमला डीसी को मिलने जा रहा है। चयन की आधिकारिक सूचना मिलने के बाद शहर के प्रशासनिक पदाधिकारी और बुद्धिजीवि एक-दूसरे को बधाई देने के साथ-साथ डीसी सुशांत गौरव को बधाई संदेश दे रहे हैं।
पहली बार झारखंड के किसी जिले को मिलने जा रहा है अवार्ड
जिले में हर आम और खास व्यक्ति गुमला के समग्र विकास हेतु डीसी सुशांत गौरव के जमीनी प्रयासों, संवेदनशील सोच और प्रशासनिक दक्षता की चर्चा कर रहा है। उक्त एक्सीलेंस अवार्ड 21 अप्रैल को नई दिल्ली के विज्ञान भवन सभागार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों डीसी सुशांत गौरव ग्रहण करेंगे। बता दें कि पिछले एक वर्ष के अपने कार्यकाल के दौरान गुमला के डीसी सुशांत गौरव ने बेहतरीन कार्यों को गुमला में धरातल पर उतारा है। यह पहला मौका है जब झारखंड के किसी जिले को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
जिले कई बेहतरीन कार्य किए डीसी सुशांत सौरव
एक वर्ष में जिले में ये बेहतरीन कार्य हुए बता दें कि जिले में रागी मिशन को नई ऊंचाई देना, एनीमिया उन्मूलन, टीबी मुक्त जिला की दिशा में प्रयास, दिव्यांगता पहचान और दिव्यांग कल्याण के लिए किए गए कार्य, पुस्तकालय क्रांति, खेल बैंक, शिक्षा के क्षेत्र में अवसंरचनात्मक विकास, बांस शिल्पकारों को प्रशिक्षण और संवर्धन, ताना भगत समुदाय का बहुआयामी योजनाओं से आच्छादन, जिला से लेकर पंचायतों तक खेलों को बढ़ावा देना, पंचायतों का डिजिटाइजेशन, महिला स्वयं सहायता समूहों को बहुद्देशीय कार्यों में लगाना, कृषि क्षेत्र में नवाचारी उपायों को अपनाना और मत्स्य पालन को नया आयाम देना आदि शामिल है