L19 DESK : स्थानीय और नियोजन नीति तथा 60-40 नाय चलतो आंदोलन को लेकर राज्य के छात्रों का संगठन दो फाड़ हो गया है। एक संगठन का नेतृत्व देवेंद्र महतो और अन्य कर रहे हैं, जिन लोगों ने 10 अप्रैल के झारखंड बंद के आह्वान को यह कहते हुए स्थगित कर दिया था, कि स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री जगरनाथ महतो का असामयिक निधन हो गया। उधर एक दूसरा धड़ा 10 अप्रैल यानी सोमवार को झारखंड बंद के लिए अडिग है। झारखंड में 60-40 आधारित नयी नियोजन नीति का छात्र संगठन विरोध कर रहे हैं। राज्य के बजट सत्र के आखिरी दिन छात्र नेताओं ने विधानसभा का घेराव कार्यक्रम आयोजित कर अपना विरोध भी दर्ज कराया था। इससे पहले ट्वीटर पर आंदोलन भी चलाया गया।
छात्रों का विरोध अब दो गुटों में तब्दील हो गया है। यानी झारखंड यूथ एसोसिएशन और झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन अब स्थानीय नियोजन नीति के मामले में अब बिखर गये हैं। पहले इन संगठनों ने आठ अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव, नौ अप्रैल को मशाल जुलूस और 10 अप्रैल को झारखंड बंद की घोषणा की थी। झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने ऐलान किया है कि जगरनाथ महतो के सम्मान में कार्यक्रम स्थगित किया गया है। 19 अप्रैल को झारखंड बंद आयोजित होगा। वहीं झारखंड यूथ एसोसिएशन ने कहा है कि झारखंड बंद तय तारख को ही होगा। संगठन के केंद्रीय संयोजक इमाम सफी के अनुसार हमने सारी तैयारी कर ली है। 10 अप्रैल के झारखंड बंद को झारखंड यूथ एसोसिएशन, झारखंड उलगुललान मार्च, पंचपरगना फाइटर, आदिवासी छात्र संघ, आमया, आदिवासी सेंगेल समर्थन दे रही है। सोमवार के बंद में झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने अपने आप को अलग कर दिया है