L19 DESK : इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी पर बावड़ी की छत धंसने से पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें चार महिलाएं और एक पुरुष है। 40 फीट गहरी बावड़ी में करीब 25 लोग गिरे थे। पुलिस ने रस्सियों की मदद से 18 लोगों को बाहर निकाल लिया। इनमें दो बच्चियां और सात महिलाएं हैं। डेढ़ और 11 साल के बच्चे सहित कुछ और लोगों के फंसे होने की आशंका है। बावड़ी में चार से पांच फीट पानी है। नगर निगम ने पानी निकालने के लिए तीन मोटर बुलवाई है। कुंए में जितने शव दिख रहे थे। उन्हें निकाल लिया गया है।
मृतकों में जिनकी पहचान हुई है, इनमें एक का नाम 65 वर्षीय भारती कुकरेजा है, जो साधु वासवानी नगर की रहनेवाली हैं। वह बेटी सोनिया के साथ मंदिर आई थी।
बेटी सोनिया सीढ़ी से ऊपर आ गई। जबकि उनकी माताजी नीचे कीचड़ में फंस गई। मृतकों में एक की इंदर कुमार के रूप में पहचान हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सपना संगीता रोड स्थित स्नेह नगर में हवन के दौरान हादसा हुआ। लोग बावड़ी की छत पर बैठे थे। वजन से उसकी छत टूट गई और लोग नीचे गिर गए। यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात कर स्थिति की जानकारी ली।
राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य में तेजी से आगे बढ़ रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंदिर में हवन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी वाले हिस्से पर काफी भीड़ हो गई। इनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे थे। जो आगे हो रहे हवन को देखने के लिए बावड़ी वाले हिस्से पर बैठे थे।
बताया जा रहा है कि मंदिर परिसर में निर्माण और खुदाई का काम चल रहा है। आशंका है कि यह भी हादसे की वजह हो सकता है। कुछ रहवासियों ने चूहों के कारण कुआं खोखला होने की बात भी कही है।
घटनास्थल पर कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी और एमवाय अस्पताल की मेडिकल टीम पहुंच चुकी है। राहत और बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर और कमिश्नर से फोन पर चर्चा की। उन्होंने रेस्क्यू तेज करने के निर्देश दिए।