L19/Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव रहे राजीव अरुण एक्का सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के क्षेत्रीय दफ्तर पहुंचे । दूसरे समन के बाद आइएएस राजीव अरुण एक्का इडी दफ्तर पहुंचे हैं, जिसके बाद उनसे पूछताछ शुरू कर दी गयी है । राजीव अरुण एक्का पर पावर ब्रोकर विशाल चौधरी के साथ संबंध होने की खबरों के बाबत यह कार्रवाई की गयी है।
इसको लेकर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मीडिया को राजीव अरुण एक्का, विशाल चौधरी की प्रतिनिधि नीलोफर के साथ वाला 20 सेकेंड का वीडियो जारी कर सनसनी मचा दी थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि आइएएस अधिकारी सरकारी कार्यालय के इतर निजी कार्यालय में सरकारी संचिकाओं को निबटाते हैं।
विशाल चौधरी की कंपनी फ्रंटलाइन ग्लोबल और विनायका एजेंसीज को सरकार के स्वास्थ्य, गृह मंत्रालय, नगर विकास विभाग, कल्याण विभाग, झारखंड राज्य उर्जा विकास निगम में मैनपावर सप्लाई और कंस्ट्रक्शन का काम दिया गया । राजीव अरुण एक्का पर आरोप है कि उनका नेताओं और नौकरशाहों के काले धन के निवेशक विशाल चौधरी से घनिष्ठ संबंध है।
इडी ने 24 मई 2022 को विशाल चौधरी के रांची, मुजफ्फरपुर और अन्य ठिकाने पर ही छापेमारी की थी। इसी दिन आइएएस अधिकारी राजीव अरुण एक्का के बहनोई निशिथ केशरी के ओक रेसीडेंसी, ओक इनक्लेव और अशोक नगर के ठिकानों पर भी छापेमारी की गयी थी । ईडी विशाल चौधरी के अरगोड़ा और अशोक नगर रोड नंबर- 6 स्थित आवास में जब छापेमारी करने पहुंची थी, तब उसने गेट खोलने से पहले अपना आइफोन कचरे में फेंक दिया था ।
ईडी ने उस मोबाइल को जब्त किया था । विशाल चौधरी के डिजिटल साक्ष्य के विश्लेषण में ही ईडी को यह सबूत मिला है कि राजीव अरुण एक्का का विशाल चौधरी से घनिष्ठ संबंध था