L19/DESK : राजधानी रांची के ओरमांझी में तरंगिनी बाटलर्स की छापेमारी के बाद राजद नेता औऱ पूर्व विधानसभा पार्षद मामले को रफा-दफा करने में लग गये हैं । फौरी कार्रवाई के क्रम में उत्पाद विभाग की तरफ से फैक्टरी को सील तो कर दिया गया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है । सभी बिहार के रहनेवाले बताये जाते हैं । उत्पाद भवन में जब्त किया गया कंटैनर युक्त ट्रक और एक अन्य वाहन को जब्त कर लाया गया है । चुंकि मामला एक राजनीतिक दल के बड़े नेता से जुड़ा है, इसको लेकर विभाग के ही अधिकारियों का एक वर्ग सब कुछ सलटाने में लगा है ।
राजद के नेता सुबोध राय पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के काफी करीबी हैं, इसलिए अपना पावर गेम उन्होंने कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि सुबोध राय शराब सिंडिकेट का बड़ा नाम है. इनके द्वारा पिछले चार साल से ओरमांझी में तरंगिनी बॉटलिंग प्लांट में मोहन मेकिंस का प्रीमियम ब्रांड एसी ब्लैक, एरिस्टोक्रैट, एरिस्टोक्रैट प्रीमियम और अन्य ब्रांड बनाया जाता था। यहीं से दूसरे राज्यों को शराब की खेप भेजी जाती थी ।
यह सिलसिला बेरोकटोक काफी दिनों से चल रहा था। वैसे भी छापेमारी के बाद विधान पार्षद सुबोध राय ने स्पष्ट कहा था कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, क्योंकि कागजी दस्तावेज दुरुस्त हैं । छापेमारी में 150 से अधिक पेटी नकली शराब जब्त किया है । शराब की खेप पिक अप वैन के जरिये बिहार भेजने की तैयारी की जा रही थी । पिक अप वैन में आलू की बोरी रखी गयी थी. इसमें ही शराब की बॉटलें भी रखी गयी थीं
। चुंकी राज्य में झारखंड मुक्ति मोरचा की सरकार है, जिसमें कांग्रेस और राजद भी सहयोगी दल हैं । भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा है कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होने और राजद सुप्रीमो के करीबी रहने की बातें कही थीं।
सुबोध राय का दाहीना हाथ है पांडेय जी
तरंगिनी बाटलर्स में सुबोध राय का दाहीना हाथ माना जाता है केमिस्ट पांडेय जी। बिहार से पांडेय जी रांची आये हैं। वाइन ब्लेंडिंग और उसे अगल-अलग ब्रांडों में तब्दील करने से लेकर मालों की डिलिवरी दूसरे राज्यों में करने का जिम्मा पांडेय जी का ही है । सुबोध राय पोलिटिकल स्तर पर पूरी रणनीति बनाते हैं। बाकी मार्केटिंग से लेकर शराब को भेजने तक का जिम्मा पांडेय जी का है। इन लोगों ने रेडीको खेतान के मालिकों के साथ भी तालमेल कर 8 पीएम ब्रांड, रामपुर ह्वीस्की, मैजिक मोमेंट्स, कैंटेसा रम, ओल्ड एडमिरल तथा अन्य ब्रांड बनाया जाता है ।
इतना ही नहीं 1965 प्रीमियम रम भी बनाया जाता है। उत्पाद विभाग की टीम ने मोहन मेकिंस के सभी बॉटल, एसी ब्लैक तथा अन्य के बॉटल तथा रैपर बरामद किये गये हैं। इसे छुड़ाने के लिए सुबोध राय लगे हुए हैं। बताया जाता है कि शराब के कारोबार से इनका काफी लगाव रहा है।