L19 GODDA : महागमा अनुमंडल के राजकीयकृत मध्य विद्यालय लौगांय में भोजन बनने के दौरान दिव्यांग बच्ची खलते चावल की हांड़ी में गिर गई। जाँच से जानकारी मिली कि अक्सर बच्ची को खाना बनाने में मदद के लिए दबाव बनाया जाता हैं।
बच्ची गंभीर रूप से घायल हैं। यह पहली बार नही जब झारखंड के किसी स्कुल में माध्यम भोजन बनने के दौरान ऐसा हादसा हुआ हो इससे पहले भी पलामू जिले में दो बच्चियां इसी तरह के हादसे का शिकार हुई थी , और उनकी मौत हो गयी थी। सरकार स्कुलो के माध्यम भोजन को लेकर नयी रणनीति बना रही हैं। दूसरी तरफ बच्चो की सुरक्षा को लेकर कोई उपाय नही हैं।
छात्रा का चल रहा इलाज़
शिक्षक जुबेर आलम ने बताया कि प्रधानाध्यापक विद्यालय में अनुपस्थित हैं और 4 रसोईये में सिर्फ 1 रसोईया जिनका नाम नूरजहां हैं वही स्कुल पहुंची थी। कक्षा 7 की छात्रा फिजा खातून ने चावल का पानी निकलने का काम करवाया जा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हो गया। जांच में यह भी पता चला कि विद्यालय में पदस्थापित 10 शिक्षको में से 3 शिक्षक घटना के दिन उपस्तिथ थे । इस समय फिजा का इलाज़ सदर अस्पताल गोड्डा में हो रहा हैं। क्लास के एनी बच्चो ने बताया की फिजा से हर दिन काम कराया जाता था।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव मेहता ने कहा कर्मियों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए
इस मामले को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव मेहता ने कहा कि जिला प्रशासन, विद्यालय प्रबंधन समिति, विधालय के कर्मियों, शिक्षको, रसोईया की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ। एक बच्ची से कैसे कोई इस तरह का काम करा सकता हैं। विद्यालय कर्मियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
पिता मोहम्मद मंजूर अंसारी ने कहा कि मेरी बेटी दिव्यांग है। वह पानी पीने गयी थी तो उसे रसोइये ने चावल की हांडी पकड़ने के लिए कहा। छात्रा ने गर्म हांडी पकड़ने में असमर्थता जताई। लेकिन फिर भी फिजा को गर्म चावल की हांडी चूल्हे से उतारने के लिए कहा गया। फिजा हांडी का भार सहन नहीं कर पाई और हांडी उलट गई और उसी में फिजा गिर गई। इस हादसे में दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।