L19/Bokaro : बाहा बोंगा सरहुल झारखंड में आदिवासी का प्रकृति पर्व है, जो झारखंड उड़ीसा और बंगाल के आदिवासी के द्वारा मनाया जाता है। यह पर्व नए साल की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है और इस पर्व को झारखंड के विभिन्न जनजातियां अलग-अलग नाम से मनाती है।
जहां बोकारो के लेवाटांड जाहिर थान में लेवा टांड जाहेर गढ़ समिति की ओर से बाहा बोंगा सह सरहुल महोत्सव आयोजित की गई सबसे पहले इस महोत्सव की शुरुआत संथाली रीति रिवाज के अनुकूल बाहा पर्व को नाइके एवं कूड़ाम नायके द्वारा पूजा अर्चना कर की गई इसके बाद पारंपारिक वेशभूषा में इस पर्व को मनाने वाले महिला व पुरुषों को नायके द्वारा सखुवा फूल भेंट कर एक दूसरे को जोहार करते हुए शुभकामनाएं दिया गया।
जिसके बाद आदिवासी सांस्कृतिक रीति रिवाज से जुड़े ढोल नगाड़ा मांदर बजाकर नाचते गाते इस महोत्सव को मनाया गया इस महोत्सव की अध्यक्षता दुर्गा प्रसाद सोरेन ने किया वहीं संचालन के सी टुडू ने किया जहां मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बोकारो जिला अध्यक्ष हीरालाल मांझी उपस्थित हुए और मादर बजाते हुए अपनी भागीदारी प्रस्तुत किए और इस पर्व के लिए अनेकों अनेक शुभकामना दिए।
रिपोर्ट- नरेश कुमार, बोकारो