RANCHI : जिनके हाथों में पूरे रांची शहर को पानी पिलाने की जिम्मेदारी है वो भी शुद्ध, उन्हीं हाथों में कई महीनों से काम के बदले उनका वेतन नहीं मिला है. आउटसोर्सिंग कम्पनी के कर्मचारी जो पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के शहरी जल वितरण की जिम्मेदारी संभालते हैं उन्हें तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. लगभग 200 कर्मचारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. विभाग और आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ कर्मचारियों में भारी आक्रोश है. उन्होंने आंदोलन की चेतावनी तक दे दी है.
ज्ञात हो कि इन्हीं कर्मचारियों के माध्यम से पेयजलापूर्ति का कार्य, पाइपलाइन की मरम्मती, लीकेज को ठीक करना जैसे कार्य होते हैं. पूरा सिस्टम इन्हीं आउटसोर्सिंग कर्मियों के भरोसे चलता है. ऐसे में यदि इन कर्मचारियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए तो जलापूर्ति का पूरा सिस्टम धाराशाई हो जायेगा.
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कर्मचारियों का कहना है कि हमने कई बार अपने वेतन की मांग की है लेकिन हर बार हमें सिर्फ आश्वासन मिला. इन कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि यदि 30 दिसम्बर तक हमारा वेतन नहीं मिला तो उसके बाद हम काम ठप्प कर देंगे और मजबूरन आंदोलन के लिए जायेंगे.
पेयजलापूर्ति का कार्य देखने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी का कहना की विभाग की ओर से समय पर भुगतान नहीं होने के कारण इस तरह की विकट स्थिति बन रही है.
क्या कहना है विभाग का
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारी का कहना है कि “विभाग को अभी तक आवंटन नहीं मिला है इसी वजह से समय पर वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है. इस मामले को लेकर हमने पत्राचार किया है जैसे ही आवंटन मिलेगा, भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.”
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