RANCHI : झारखंड सरकार ने शिक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं. 2025 में अब तक करीब 11,000 शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है. आने वाले साल 2026 में सरकार लगभग 40,000 सहायक आचार्यों की भर्ती करने वाली है. पहले चरण में 26,001 सहायक आचार्यों के लिए आवेदन निकाले गए थे. ये शिक्षक छठी से आठवीं तक की कक्षाओं में गणित, विज्ञान, भाषा और सामाजिक विज्ञान पढ़ाएंगे.
परीक्षा प्रणाली में बदलाव
हालांकि, अब तक लगभग 15,000 पद खाली हैं. इन पदों को भी आगे भरा जाएगा। सरकार का मकसद स्कूलों में शिक्षकों की कमी खत्म करना और बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है.
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जेएसईआरटी लेगा बोर्ड परीक्षा
2026 से आठवीं, नौवीं और ग्यारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेएसईआरटी) द्वारा ली जाएंगी.
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रिजल्ट समय पर
मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फरवरी में होंगी, और मार्च-अप्रैल में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर अप्रैल के अंत तक रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. इससे बच्चों को समय पर परिणाम मिलेंगे और दाखिले में दिक्कतें कम होंगी.
शिक्षक प्रशिक्षण पर जोर
सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के तहत नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें एक दिन का और आवासीय प्रशिक्षण शामिल है. टीचर नीड असेसमेंट के जरिए कमजोरियों की पहचान कर उन्हें और बेहतर बनाया जा रहा है.
सरकार का कहना है कि शिक्षक नियुक्ति, समय पर परीक्षा और प्रशिक्षण से झारखंड की शिक्षा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार होगा.
