L19 Desk : बसंत पंचमी की समाप्ति के साथ ही देशभर में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है,जिसके तहत 4तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है, जिससे लोगों को समय से पहले ही गर्मी का अहसास होने लगा है। राजधानी दिल्ली में भी तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है, जिसके चलते लोगों ने अब गर्म कपड़े समेटने शुरू कर दिए हैं। ऐसे में पर्यावरणविदों को बदलती मौसम ने अपनी ओर आकर्षित किया है। देश की राजधानी में फरवरी की शुरुआत में ही तापमान अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय न्यूनतम तापमान सामान्य से करीब 4.5 डिग्री अधिक बना हुआ है। अगर यही रुझान जारी रहा तो अप्रैल और मई में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार गर्मी का असर ज्यादा रहेगा और लू चलने की संभावना भी प्रबल है।
मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भारी बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी बारिश के आसार हैं। इन इलाकों में ठंड का असर अभी भी बना हुआ है, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को ठंड का सामना करना पड़ेगा।मौसम विभाग के अनुसार, बांग्लादेश और असम के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित हो रहा है, जिससे पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम प्रभावित हो सकता है। अगले 48 घंटों के भीतर असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। विभाग ने 6 और 7 फरवरी को इन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर फरवरी में ही तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहता है, तो इस साल गर्मी समय से पहले दस्तक दे सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अप्रैल और मई में भीषण गर्मी पड़ सकती है और लू के थपेड़े ज्यादा असर डाल सकते हैं। मौसम में आ रहे इन बदलावों को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।ऐसे में सवाल उठ रहा है कि सरकार और लोग इस बदलती बेमौसम को लेकर सतर्क रहे ताकि इससे बचने का कोई सटीक उपाय निकाला ज सके।