L19 DESK : झारखंड में राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर बड़ी गाज गिर सकती है क्योंकि आरोप है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। मां-बेटे द्वारा आदिवासी राष्ट्रपति पर की गयी टिप्पणी के कारण अब जनजाति सुरक्षा मंच की ओर से राजधानी रांची के एससी एसटी थाने में लिखित शिकायत दर्ज की गयी है। और तो और केंद्र के साथ साथ झारखंड में भी भाजपा कांग्रेस पर पूरी तरह हमलावर हो गयी है, काफी दिनों से निष्क्रिय रहने वाले चंपई सोरेन तक ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रपति पर किये जाने वाले टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। मगर ऐसा क्या कह दिया राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने, कि उनके ऊपर इतनी बड़ी आफत आ गयी है?
दऱअसल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सह राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी के खिलाफ जनजाति सुरक्षा मंच संगठन की महिला प्रमुख अंजलि लकड़ा ने रांची के एससी एसटी थाने में शिकायत दर्ज करायी है। मामला बीते 31 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति के अभिभाषण से जुड़ा है। दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने सरकार के काम काज का ब्योरा पेश किया, बहुत विस्तार से बताया। और ये एक रिवाज़ है कि राष्ट्रपति को बजट सत्र के पहले दिन सरकार के काम-काज की व्याख्या करनी होती है। उनका ये भाषण काफी लंबा रहा।
इसके बाद जब सोनिया गांधी से पत्रकारों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतिक्रिया मांगी तो पहले तो वह कुछ कहने से बचती दिखायी दीं, लेकिन उसके बाद राहुल गांधी की ओर देखते हुए कहा कि “राष्ट्रपति अभिभाषण के अंत तक बहुत थक गई थीं, वह बहुत मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी। उन्होंने कहा, She could only speak poor thing.” इस दौरान सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिये कथित तौर पर ‘Poor Thing’ और बेचारी जैसे शब्दों का प्रयोग किया। वहीं, राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर टिप्पणी करते हुए इसे बोरिंग करार दिया।
इसके अलावा, बिहार के पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने भी विवादित बयान दिया था। पप्पू यादव ने कहा था कि वह तो स्टॉम्प हैं किसी का लव लेटर पढ़ना है उनको.
राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पप्पू यादव द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर टिप्पणी किये जाने के बाद भाजपा, कांग्रेस पर लगातार हमलावर है। बीजेपी ने इस बयान को राष्ट्रपति का अपमान बताया है और इसे आदिवासी विरोधी मानसिकता करार दिया है। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिल्ली के द्वारका में एक रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यह टिप्पणी पूरे आदिवासी समाज का अपमान है। वहीं, राष्ट्रपति भवन ने भी इस टिप्पणी को अस्वीकार्य बताया और कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू थकी हुई नहीं थीं।
भाजपा के सांसदों ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के कथित बयान पर नाराज़गी जताते हुए उनके खिलाफ संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया है। इसके साथ-साथ भाजपा ने सोनिया गांधी पर राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया और उनके बयान को अपमानजनक करार दिया।
वहीं, पप्पू यादव के आपत्तिजनक बयानबाजी के खिलाफ संसदीय विशेषाधिकार, नैतिकता और औचित्य के उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किया गया है।
अब इस पूरे मामले में चंपई सोरेन की भी प्रतिक्रिया सामने आयी है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा विधायक चंपई सोरेन ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा है देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठी एक आदिवासी महिला के बारे में कांग्रेस की यही सोच है. यह आदिवासी समाज का अपमान है. इसके साथ-साथ, यह सभी महिलाओं का अपमान है.
कभी आदिवासी धर्म कोड हटाने, तो कभी आंदोलन कर रहे आदिवासियों पर गोली चलवाने वाले कांग्रेसियों का यही चरित्र है. यही इनकी सच्चाई है.
उन्होंने आगे लिखा कि ये लोग यह कभी पचा ही नहीं सकते कि कोई आदिवासी महिला देश के सबसे बड़े पद पर पहुंचे. आजादी के साढ़े सात दशकों बाद, यह सम्मान भी भाजपा के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के कार्यकाल में ही संभव हो पाया है.महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी पर आदिवासी समाज समेत पूरे देश को गर्व है. उनके इस अपमान को बर्दास्त नहीं किया जाएगा।