L19 DESK : JSSC CGL परीक्षा 2025 लगातार विवादों में है। परीक्षा में पेपर लीक और धांधली जैसे कई संगीन आरोप लगे हैं, जिसके बाद से मामले में CID की जांच चल रही है। परीक्षा को लेकर हर दिन नये नये खुलासे हो रहे हैं। मामले में CID को अब तक 60 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं, डिजिटल उपकरण जैसे मोबाइल फोन, सिम कार्ड समेत कई सबूत पुलिस को दिये गये हैं, लेकिन इनमें से कोई सुराग नहीं मिल रहा है। ज्यादातर साक्ष्य़ खोखले हैं। इस बीच प्रारंभिक जांच में ये तथ्य सामने आया है कि झारखंड में कुछ ऐसे गैंग सक्रिय हैं, जो सीजीएल परीक्षा को हर हाल में रद्द करवाने की मंशा पाले हुए हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि आम लोगों ने परीक्षा में धांधली और पेपर लीक को साबित करने के लिये व्हाट्सऐप चैट, फोटोग्राफ और वीडियो रिकॉर्डिंग जैसे साक्ष्य भेजे हैं, लेकिन इन सबूतों किसी काम के नहीं हैं। सबूत के तौर पर व्हाट्सऐप चैट तो भेजे गये हैं, लेकिन व्हाट्सऐप नंबर नहीं भेजे है। हाथ में प्रश्न पत्र लिये व्यक्ति की तस्वीर है, लेकिन इन तस्वीरों में व्यक्ति का चेहरा नहीं है। हालांकि, इन सबूतों की गहनता से पड़ताल चल रही है। उनके जांच के लिये सबूतों को फॉरेंसिक लैब भेजा जा रहा है।
डीजीपी अनुराग गुप्ता के अनुसार, पुलिस ने अखबारों के माध्यम से विज्ञापन छपवाकर पेपर लीक से संबंधित साक्ष्य की मांग की। मगर जो साक्ष्य उपलब्ध कराये जा रहे हैं, उससे साफ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि ये सीजीएल परीक्षा रद्द कराने की साजिश है। इस कड़ी में डीजीपी ने एग्जाम फाइटर (Exam Fighter) को भी निशाने पर लिया है।