L19 DESK : कभी हाथ में तो, कभी गले में स्टेथसकोप टांगते और डॉक्टरों से मेडिकल टर्म में सवाल दागते और उनसे जवाब लेते ये हैं डॉ इरफान अंसारी. इरफान अंसारी जो जामताड़ा से विधायक हैं और झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल रहे हैं. हेमंत 2.0 के मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद पहली बार रिम्स पहुंचे थे. और पहुंचे भी तो अपने ही हरफनमौला अंदाज में, हाथों में स्टेथसकोप लिए, रिम्स में मरीजों के बीच जाकर उनसे मुलाकात करते, उनसे पूछते दवाई अस्पताल से मिलता है या बाहर से खरीद कर लाना पड़ता है. मरीजों की भी अपनी पीड़ा थी उन्होंने अपनी पीड़ा बताई, कुछ मिलता है कुछ बाहर से खरीदकर लाना पड़ता है. इस पर मंत्री इरफान अंसारी ने डॉक्टरों और रिम्स के प्रबंधक से सवाल दागे, रिम्स का प्रबंधन कांपते जुबान से भले ही जवाब दे सका हो लेकिन वो मंत्री जी को राश नहीं आई. उन्होंने उसकी कॉपी रिम्स में सभी विभाग को सर्कुलेट करने का आदेश दिया.
निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री इरफान को इसके अलावा भी कई कमियां दिखी. अस्पताल में कई कमरे बंद पड़े थे, मरीजों के काम आने वाली कई मशीनें खराब थी, जिन मशीनों को मरीजों के लिए उपयोग किए जाने थे वो धूल फाकंती मिली. इतने में मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगाते हुए इन कमरों को खोलने और मशीनों का उपयोग करने का निर्देश दिया. अस्पताल के टूटे फर्श भी रिम्स के बदहाली की गवाही दे रहा था, जिसे देखकर भी मंत्री जी ने नाराजगी जताई. ठंड का मौसम है, बावजूद इसके मरीजों को पर्याप्त बेड भी नहीं मिल रहा है, वो उतनी में भी फर्श पर सोने को मजबूर हैं. ये कोई नई बात नहीं है ठंड हो या ना हो साल के 12 महीने अस्पताल में पर्श पर सोते मरीज आपको देखने के मिल ही जाएंगे. फिर क्या था ये देखने के बात मंत्री इरफान अंसारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसे जल्द से जल्द ठीक करने का निर्देश दिया.
वहीं, मंत्री इरफान अंसारी ने कहा सीएम हेमंत सोरेन रिम्स की व्यवस्था को लेकर काफी एक्टिव हैं. हर हाल में हमें रिम्स की व्यवस्था को ठीक करना है फिर चाहे इसके लिए हमें कोई भी कदम क्यों ना उठाना पड़े. मंत्री इरफान अंसारी ने बताया कि सीएम के आदेशानुसार अस्पताल के कई पुराने उपकरणों को जल्द बदला जाएगा, इमरजेंसी बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी और सेंट्रल लैब की शुरुआत की जाएगी, ताकि मरीजों को किसी तरह की लैब जांच के लिए परेशान नहीं होना पड़े. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सचिव अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में केवल 40 बेड हैं, जिन्हें बढ़ाकर 80 किया जाएगा और यह काम 2 महीने में पूरा कर लिया जाएगा. अब देखना ये है कि रिम्स में ये बदलाव कब तक आते हैं. खैर, सत्ता में वापसी के बाद से ही हेमंत सोरेन के मंत्री एक्शन मोड में हैं. कई लोगों का कहना है कि पढ़े-लिखे विधायक मंत्री बनेंगे तो राज्य भी सुधरेगा और अधिकारी भी सुधर जाएंगे. बहरहाल, मंत्री जी का आदेश कब तक धरातल पर उतरता है इसके लिए फिलहाल थोड़ा इंतजार करना होगा.