L19/Desk. राजधानी रांची के पुनदाग मौजा में सरकार ने फरवरी 2023 माह में अतिक्रमण हटाया। दो फरवरी से लेकर कुछ दिनों तक सरकारी जमीन पर कब्जा जमानेवाले अतिक्रमणकारियों पर फौरी कार्रवाई की गयी। फिर फोटो शूट हुआ और कार्रवाई बंद हो गयी। नगड़ी अंचल में पदस्थापित अंचल निरीक्षक रूद्र प्रताप साहू और अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई करते हुए गिने-चूने लोगों पर बुलडोजर चला कर जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया गया।
तीन दिनों तक चले अभियान में डूगडूगी बजा कर डूगडूगिया, लाजपत नगर नदी, कटहल मोड़ जानेवाले रास्ते समेत पुनदाग ओपी के इलाहीनगर, आलमहाता चौक, विष्णुनगर में भी अभियान चलाया गया। पर कई बड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं की गयी। लोकतंत्र 19 ने इस बाबत क्षेत्र का भ्रमण किया, तो कई चौंकानेवाले तथ्य भी मिले। जानकारी के अनुसार झारखंड उच्च न्यायालय में दायर रिट याचिका 4484 औफ 2007 के तहत यह कार्रवाई की गयी। पर ताकतवर लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी। संजीवनी बिल्डकोन घोटाले में शामिल राजस्व भूमि सुधार विभाग के एक अधिकारी द्वारा कब्जा की गयी 7.36 एकड़ जमीन की बाउंड्री नगड़ी अंचल की तरफ से नहीं तोड़ी गयी।
इस अधिकारी ने मंगलू सिंह के नाम से 383 खाता की जमीन ली थी औऱ 5 सितंबर 2009 को लगान रसीद भी काट दिया था। दो नवंबर 2011 को स्वीकृत किया गया लगान रसीद उपायुक्त के आदेश के बाद स्थगित कर दिया गया जिसमें उपायुक्त के 12 जुलाई 2004 के आदेश का हवाला दिया गया है। बताया जाता है कि रातू अंचल के अंचल अधिकारी संतोष कुमार शुक्ला, अंचल निरीक्षक रूद्र प्रताप साहू की उस दागी राजस्व विभाग के अधिकारी के साथ बेहतर संबंध हैं। इसलिए खाता 383 की जमीन को हाथ तक नहीं लगाया गया। इस पर सात फीट से ऊंची चहारदीवारी बनी हुई है। दागी अधिकारी अपनी बेटी के नाम पर यहां पर अस्पताल खोलना चाहते हैं।