L19/Ranchi : झारखंड की बालिकाओं के बाल विवाह जैसी कुरीति से बचाने के लिए सरकार तीन सौ करोड़ रुपये उनके सशक्तिकरण योजना में खर्च करेगी । तीन सौ करोड़ रुपये क्लास आठ में पढ़ने वाली बालिकाओं से लेकर 19 साल तक की बच्चियों को दिये जायेंगे । यह राशि देश की पहली महिला शिक्षिका, महान समाज सेविका सावित्रीबाई फुले के नाम से शुरू हुई सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत दी जाएगी ।
योजना का लाभ कक्षा आठ में पढ़नेवाली बालिकाओं से लेकर 19 साल तक की लड़कियां ले सकती हैं। इसके लिए उन्हें आवेदन करना होगा। बच्चियाँ इसके लिए तीन तरह से आवेदन कर सकती हैं। पहले तरीके के अनुसार क्लास आठ से 12वीं तक में पढ़ने वाली लड़कियां अपने स्कूल के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं ।
दूसरे तरीके के अनुसार जहां वे रहती हैं, वहां के नजदीकी आंगनबाड़ी सेंटर में भी जा कर आवेदन कर सकती हैं । तीसरे तरीके के तहत वे अपनी पात्रता के अनुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कार्यालय से भी संपर्क कर आवेदन कर सकती हैं । अगर इस योजना की अधिक जानकारी लेनी हो तो वेबसाइट jharkhand.gov.in से जानकारी ली जा सकती है।
योजना के मुताबिक छात्राओं को चार कैटेगरी में राशि मिलेगी। आठवीं और नौवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़कियों को 25 सौ रुपये मिलेंगे। वहीं 10वीं, 11वीं और 12वीं तक पढ़ने वाली छात्राओं को प्रति छात्रा 5000-5000 रुपये दिये जाएंगे। 18 से 19 वर्ष आयु की छात्राओं को राज्य सरकार एकमुश्त अनुदान 20,000 रुपये देगी ।
राज्य की लड़कियों के लिए सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है। सरकार ने राज्य की नौ लाख छात्राओं को इस योजना के तहत आर्थिक लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान में छह लाख 51 हजार से अधिक किशोरियों को इसका लाभ मिल रहा है। इस योजना का मूल उद्देश्य राज्य से बाल विवाह जैसी कुप्रथा को खत्म करते हुए महिला सशक्तीकरण और शिक्षा को बढ़ावा देना है।