L19 Ranchi : पूरे देश में आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या में जबर्दस्त इजाफा हुआ है। झारखंड में भी विगत पर 5 वर्षों में इनकम टैक्स देने वालों की लगभग 20% संख्या बढ़ी है। वही शून्य टैक्स देने वाले लोगों ने भी जम कर आईटी रिटर्न भरा है। देश में इसकी संख्या में लगभग 40 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उक्त जानकारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने मंगलवार को लोकसभा में दी। सांसद संजय सेठ ने लोकसभा में आइटीआर रिटर्न से संबंधित कई सवाल पूछे थे।
जिसमें सांसद ने जानना चाहा था कि झारखंड में आयकर रिटर्न भरने वालों की संख्या कितनी है। जीरो रिटर्न भरने वालों की संख्या कितनी है और आयकर रिटर्न के प्रति लोग जागरूक हैं, उसके लिए सरकार के द्वारा क्या कदम उठाया जा रहा है। सवाल के जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में निवल प्रत्यक्ष कर संग्रह में 62 लाख 11 हजार 683 करोड रुपए की आमदनी सरकार को हुई है। वही झारखंड में 2021-22 में 11 लाख 35 हजार 786 लोगों ने टैक्स भरा है जबकि 2022-23 में 11 लाख 95 हजार 551 लोगों ने टैक्स भरा है। राज्य में आयकर भरने वाले की संख्या में विगत 5 सालों में 20% का इजाफा हुआ है, वहीं विगत पांच सालो में जीरो टैक्स पर आईटी रिटर्न भरने वालों में 60 % वृद्धि हुई है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया की टैक्स भरने की प्रक्रिया आसान हो, इसके लिए व्यक्तिगत करदाताओं को पहले से भरी हुई आयकर विवरणियां प्रदान की गई हैं, ताकि वे इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें और खुद से भी अपना आयकर रिटर्न भर सकें। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि वित्त अधिनियम 2020 में व्यक्तिगत करदाताओं को अपेक्षाकृत निम्न सिलेबस दरों में आयकर का भुगतान करने के लिए एक विकल्प का प्रावधान किया गया है। वहीं नए करदाताओं को आयकर दायरे में लाने के लिए टीडीएस टीसीएस के क्षेत्र को बड़ी नगदी आहरण, विदेशी प्रेषण, लग्जरी कार की खरीद, माल की बिक्री, अचल संपत्ति का अर्जन कार्यक्रम पैकेज इत्यादि की खरीद सहित विस्तारित किया गया है।