L19 DESK : घर में रखी झाड़ू को हम महत्वहीन मानते हैं, लेकिन उसका महत्व जिस दिन जान जायेगे तब से उसकी पूजा करेगे। क्या आप जानते हो झाड़ू के कुछ महत्वर्पूण प्रयोग। सबसे पहले आप देखिये झाड़ू तिनको का एक समूह है, जब समूह बन्ध जाता तो घर से कचरा बाहर हो जाता है, झाड़ू यही संदेश देती है कि घर में आप एक होकर रहोगे तो बाहर का कचरा कभी घर नही आएगा।
झाड़ू का महत्व
इससे भी समझा जा सकता है कि रोगों को दूर करने वाली शीतला माता अपने एक हाथ में झाड़ू धारण करती हैं। जिस घर में साफ-सफाई होती है, वहां लक्ष्मी का वास होता है। देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए घर के आसपास किसी भी मंदिर में तीन झाड़ू रख आएं। यह पुराने समय से चली आ रही परंपरा है। पुराने समय में लोग अक्सर मंदिरों में झाड़ू दान किया करते थे।
- झाड़ू की यह अन्य जानकारी क्या आपको पता हैं
- अंधेरा होने के बाद घर में झाड़ू लगाना अशुभ होता है।
- घर में उलटा झाडू रखना अपशकुन माना जाता है।
परिवार के किसी भी सदस्य के बाहर जाते ही तुरंत झाड़ू लगाना भी अशुभ होता है। अगर वह दूरस्थ स्थान की यात्रा पर गया हो तो उन्हें मृत्युतुल्य कष्ट होने के योग बन सकते हैं। अत: उनके जाने के बाद ०१ या ०२ घंटे बाद झाड़ू-पोंछा किया जाना चाहिए। जो व्यक्ति स्वप्न में नई झाड़ू लेकर अपने आपको खड़ा देखता है, तो यह सौभाग्य का प्रतीक होता है। झाड़ू पर पैर रखना अपशकुन माना जाता है, इसका अर्थ घर की लक्ष्मी को ठोकर मारना है।
अगर हम झाड़ू का आदर करते हैं, तो यह महालक्ष्मी की प्रसन्नता का संकेत है। नया घर/भवन बनाने के पश्चात उसमें पुराना झाड़ू ले जाना अपशकुन माना जाता है एवं यह अशुभ होता है। झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां से झाड़ू हमें, घर या बाहर के किसी भी सदस्यों को दिखाई नहीं दें। यह बात हमेशा ध्यान रखने योग्य है कि झाड़ू को कभी भी घर से बाहर अथवा छत पर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से घर में चोरी की वारदात होने का भय उत्पन्न होता है।
घर या ऑफिस में जब झाड़ू का इस्तेमाल नहीं हो रहा हो, तब उसे वहां से हटा दें। झाड़ू को अपने नजरों के सामने से हटा कर रखें। वास्तु शास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति झाड़ू को एक ही नियत स्थान पर रखने की बजाय कहीं भी रख देते हैं, उनके घर में धन का आगमन प्रभावित होता है। इससे उन्हें आर्थिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
झाड़ू घर की दरिद्रता दूर करती है
गुजरात में फूल झाडू को देव झाडू कहा जाता है । फूल झाडू से हीं मंदिर या घर में सफाई की जाती है । मंदिर में झाड़ू सुबह ब्रह्म मुहूर्त में रखना चाहिए। यह काम किसी विशेष दिन करना चाहिए। विशेष दिन जैसे कोई त्यौहार, ज्योतिष के शुभ योग या शुक्रवार को इस काम को बिना किसी को बताए गुप्त रूप से करना चाहिए। शास्त्रों में गुप्त दान का विशेष महत्व बताया गया है। जिस दिन यह काम करना हो, उसके एक दिन पहले ही बाजार से ०३ झाड़ू खरीदकर ले आना चाहिए। कभी भी गाय या अन्य जानवर को झाड़ू से नहीं मारना चाहिए। यह भयंकर अपशकुन माना गया है।
ये कभी भी ना करें
हिन्दु समाज में झाडू,सूप , नमक कभी भी दान या मुफ्त नहीं लेना चाहिए । यह देने वाले व लेने वाले के लिए अपशकुन है भोजन के स्थान पर यदि झाड़ू रखी जाएगी तो झाड़ू में लगी धूल-मिट्टी के कारण हमें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। झाड़ू को कभी भी बिस्तर पर नहीं रखना चाहिए बिस्तर पर झाड़ू रखना, अपशकुन माना जाता है। किसी भी स्थिति में बिस्तर पर झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। इस अपशकुन के कारण घर में अलक्ष्मी का आगमन होता है या लक्ष्मी रूठ जाती है।
इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि झाड़ू से हम साफ- सफाई करते हैं तो उसमें धूल, कचरा और कई हानिकारक कीटाणु चिपके रहते हैं। अक्सर सभी लोग पूछते हैं कि हम झाड़ू किस दिन खरीदे, पुरानी झाड़ू का क्या करें आदि। आइये इसे भी समझिए। अगर आप नई झाड़ू खरीदना चाहते हैं तो शनिवार को खरीदें। शनिवार को घर में नई झाड़ू का उपयोग करना बहुत शुभ माना जाता है।
घर मे कंहा रखे झाड़ू
झाड़ू को पश्चिम दिशा के किसी कमरे में रखना शुभ माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है। टूटू-फूटी झाड़ू का उपयोग नहीं करना चाहिए। शनिवार को पुरानी झाड़ू बदल देना चाहिए। झाड़ू को कभी भी जलाना नहीं चाहिए। घर के मुख्य दरवाजा के पीछे एक छोटी झाड़ू टांगकर रखनी चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।