L19 DESK : प्रतिष्ठित मोबाइल कंपनी ऐपल की ओर से विपक्षी दल के नेताओं द्वारा हैकिंग के दावे पर प्रतिक्रिया सामने आयी है। कंपनी ने कहा है कि वह किसी राज्य प्रायोजित हैकर की बात नहीं कर सकती है। कंपनी ने ये भी कहा है कि ऐसा संभव है कि ऐपल की कुछ थ्रेट नोटिफिकेशंस झूठी चेतावनी भी हो सकती है।
मालूम हो कि विपक्षी दल के कुछ नेताओं जैसे कांग्रेस से शशि थरूर, शिवसेना की प्रियंका चतुर्रवेदी औऱ एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी सहित कई अन्य सांसदों का दावा है कि उनके फोन हैक हुए हैं। इसे लेकर ऐपल कंपनी के टेक्निकल सपोर्ट पेज की ओर से एक संक्षिप्त बयान जारी किया गया। इसके तहत बताया गया कि सरकार प्रायोजित हैकर्स को पूरी तरह से सपोर्ट रहता है। इसके अलावा उनके काम काज का तरीका भी सोफिस्टिकेटेड होता है।
कंपनी का कहना है कि इस तरह के अटैक्स में थ्रेट इंटेलीजेंस सिग्नल्स को डिटेक्ट कर पाना ज्यादातर समय अधूरा होता है। ऐपल की कुछ सूचनायें झूठी चेतावनी हो सकती है, ऐसा संभव है। ऐसी सूचनायें जारी करने की वजह हम नहीं बता सकते। अगर हमने वजह बतायी तो भविष्य में हैकर्स बच पाने में सफल हो सकते हैं।