L19 DHANBAD : आईआईटी-आईएसएम के छात्रों के बिच अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी आने वाली फिल्म मिशन रानीगंज, द ग्रेट भारत रेस्क्यू का प्रमोशन कल यानि शुक्रवार को किया। इसे लेकर संस्थान के पेनमेन हॉल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें अभिनेता ऑनलाइन माध्यम से सबके बिच जुड़े थे। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रो। जेके पटनायक, उपनिदेशक प्रो धीरज कुमार समेत कई शिक्षक व बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थे। निदेशक ने अक्षय कुमार का स्वागत किया और संस्थान के संबंध में जानकारी दी। वहीं, अक्षय कुमार ने बताया उन्होंने वह फिल्म बनाने से काफी पहले जगजीत सिंह गिल से फोन पर बात की थी। उन्होंने संस्थान की तारीफ की और छात्र-छात्राओं के कई सवालों के जवाब भी दिये।
आईआईटी आईएसमाइट्स के साथ मनोरंजक इंटरैक्टिव सत्र के दौरान, लंदन से लाइव जुड़े अक्षय कुमार ने छात्रों से सवाल पूछे और उनके सवालों के जवाब दिए और आईआईटी (आईएसएम) जाने की इच्छा व्यक्त की। आईआईटी आईएसएम के पेनमैन ऑडिटोरियम में में बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार ऑनलाईन लंदन से बातचीत कर रहे थे। आईआईटी आईएसएम के निदेशक प्रोफेसर जे के पटनायक, उप निदेशक प्रोफेसर धीरज कुमार और प्रोफेसर रजनी सिंह डीन (मीडिया और ब्रांडिंग) के अलावा अन्य संकाय सदस्यों के साथ पस्थित थे। आईआईटी आईएसएम के निदेशक, उपनिदेशक, कर्मचारी और छात्रों ने अक्षय कुमार को फिल्म के लिए बधाई दी। घटना के दो साल बाद 1991 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामास्वामी वेंकटरमन द्वारा जसवंत सिंह गिल को सर्वोत्तम जीवन रक्षापदक से सम्मानित किया गया था और कोल इंडिया ने भी उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया था।
हादसे के दौरान जसवंत सिंह गिल रानीगंज में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के महाबीर कोलियरी में पदस्थापित थे। कोयला उत्खनन के दौरान कोलियरी की माइंस की एक दीवार के ध्वस्त होने के कारण पानी खदान में घुस गया था। उस समय तैनात जसवन्त सिंह गिल ने एक कार्य योजना के तहत रेस्क्यू की तैयारी की थी। 2। 5 मीटर की एक स्टील कैप्सूल तैयार की थी। कैप्सूल को खदान के अंदर विशेष स्थान पर ड्रिल किया गया। जहां 64 खनिक फंसे हुए थे। कैप्सूल अंदर समाहित होकर वह खदान के नीचे गए। एक एक कर कैप्सूल के जरिए खदान के अंदर फंसे खनिकों को गिल सभी 64 खनिकों को सुरक्षित खदान से बाहर ले आए थे। इस घटना के बाद से ही उन्हे लोग कैप्सूल गिल के नाम से जानने लगे थे।