L19 DESK : राज्य के सरकारी अस्पतालों में 70% रिक्त पड़े हुए हैं। फार्मासिस्ट की जगह ANM से काम लिया जाता है, जिनको दवा के बारे में जानकारी तक नहीं होती है। अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन झारखंड प्रदेश महासचिव अमित कुमार ने झारखंड के प्रत्येक जिले के सिविल सर्जन से आरटीआई के तहत यह जानकारी देने को कहा है।
इससे संबंधित जिले के सभी सरकारी अस्पताल में फार्मासिस्ट के कितने पद स्वीकृत हैं। और कितने खाली हैं। अब तक 11 जिलों के सिविल सर्जन से जानकारी मिल गई है। जिसमें 289 स्वीकृत पद में 202 किस जिले में फार्मासिस्ट का पद रिक्त है। यानी करीब 70 फार्मासिस्ट का पद खाली पड़ा है।
अगर ऐसे में इन पदों पर बहाली होती है तो इस मौके का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए यह एक सुनहरा मौका साबित हो सकता है। वही एसोसिएशन का कहना है कि अब तक फार्मासिस्ट की स्थायी बहाली नहीं होना इस बात को दर्शाता है कि सरकार की तरफ से फार्मेसी एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है।