L19/Ranchi : शनिवार को राजधानी स्थित रातु प्रखंड के कमड़े मौजा में विधि व्यवस्था के साथ चार विभिन्न स्थानों पर पत्थलगड़ी की गई। बताते चलें कि आदिवासी समाज में पत्थलगड़ी एक पारंपरिक व्यवस्था है जो इनके पूर्वजों ने आदिकाल से बनाई है। इसे आज के युवा पीढ़ी बरक़रार रख रहे हैं। चूंकि आदिवासियों का सीमा का निर्धारण और अपने सिमान को चिन्हित करने के लिए प्रारंभ से ही इस व्यवस्था को आदिवासियों के पूर्वजों द्वारा संपन्न करते आ रहे हैं। उसी परंपरा को आज के युवा पीढ़ी आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। आज इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए कमड़े मौजा में पत्थलगाड़ी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक धार्मिक अगुवाओं ने अपनी उपस्थिति दी। पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल रहे। साथ ही सरना समिति के अध्यक्ष नारायण उरांव, समाजसेवी शिवा कच्छप, मुखिया नीलम तिर्की, जगलाल पाहन और कमड़े मौजा के सैकड़ों ग्रामीण अपनी पारंपरिक भेश-भूषा के साथ शामिल हुए और पूरी विधि विधान के साथ पत्थलगढ़ी की गई।