L19 DESK : रांची के कांके थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े जमीन कारोबारी अवधेश यादव पर गोली चलाई गयी थी, जिसमे वह गुरुवार को गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे। ऑपरेशन के पूर्व उनसे लिये गये बयान दिया था। बयान में अवधेश ने गोली मरवाने का आरोप अपने पुराने पार्टनर चित्तरंजन कुमार पर लगाया है़। अवधेश ने पुलिस को बताया की वह चित्तरंजन के कई राज जानता है। इस बात को लेकर कई बार चितरंजन से उसका विवाद भी हो चुका है। अब अवधेश अपना काम करता है। पुराना विवाद व राज खुल जाने के डर से चित्तरंजन ने अवधेश पर गोली चलवायी है।
चित्तरंजन मूल रूप से शेखपुरा का रहने वाला है। शेखपुरा पुलिस भी उसके ठिकाने पर छापामारी करने गयी थी़ पुलिस के अनुसार चित्तरंजन पर जगतपुरम काॅलोनी, भिट्ठा, चौड़ी बस्ती, एदलहातू आदि जगहों में रैयतों को डरा-धमका कर जमीन पर जबरन कब्जा करने के कई आरोप हैं। जमीन कब्जा के लिए उसने दर्जनों लोगों का गुट बना कर रखा है। इसी बयान के आधार पर कांके थाना में अवधेश यादव के पार्टनर चित्तरंजन कुमार जो की शुक्ला कॉलोनी, डोरंडा तथा मूल रूप से शेखपुरा निवासी है, पिठोरिया निवासी कृष्णा नायक तथा चितरंजन के स्टाफ पंकज कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
तीनों अभी फरार है। बता दे चित्तरंजन ने सेवानिवृत दारोगा सहित कई लोगों से ठगी की है। उसने सेवानिवृत्त दारोगा ललन सिंह से आठ डिसमिल जमीन के नाम पर 35 लाख रुपये लिये थे। वह जमीन अरसंडे निवासी आशुतोष सिंह के नाम से था। लेकिन उसने केवल चार डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री की और बाकी जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए कहने पर धमकी देने लगा। इस संबंध में कांके थाना में सेवानिवृत्त दारोगा ललन सिंह ने 19 अगस्त को कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। पुलिस उनके ठिकाने पर छापेमारी कर रही है।
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा है कि अनुसंधान जारी है और मामले में शीघ्र सफलता मिलेगी। चिकित्सकों के अनुसार अवधेश खतरे से बाहर नहीं कहा जा सकता। मिली जानकारी के अनुसार गोली लगने से उनके फेफड़े को क्षति पहुंची है। फिलहाल अवधेश वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। दवाइयों के जरिये उनके शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखा जा रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक उनके लिए अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण हैं।