L19 DESK : रविवार को तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिये गये सनातन धर्म के विरुद्ध बयान को लेकर सियासत गरमायी हुई है। इसी बीच उदयनिधि ने ने कहा है कि वह सभी मामलों का कानूनी रूप से सामना करेंगे। बकौल उदयनिधि स्टालिन, “प्रधानमंत्री मोदी और उनके सहयोगी मणिपुर हिंसा, भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए सनातन धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि हम किसी भी धर्म के शत्रु नहीं हैं।”
उदयनिधि के इस बयान के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि हमने यह बयान सुना है, उनको इस तरह के बयान से बचना चाहिये। यह डीएमके की निजी राय हो सकती है। मगर इस देश में 90 करोड़ हिंदू के अलावा विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। इस तरह से पूरे देश का माहौल बिगड़ रहा है। एम. के. स्टालिन एक आदरणीय नेता हैं. अगर उनके सलाहकार थोड़ा बचकर बयान दें तो “इंडिया” (गठबंधन) में रुकावट नहीं आएगी।
वहीं, डीएमके सांसद ए राजा ने उदयनिधि का समर्थन करते हुए सनातन धर्म पर निशाना साधा औऱ इसकी तुलना HIV से कर दी। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जाने की जरूरत है। जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है।
बता दें, बीते रविवार को तमिलनाडु के मंत्री और सीएम एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर टिप्पणी के बाद विवाद शुरु हो गया था। उनका कहना था कि सनातन धर्म समानता एवं सामाजिक न्याय के खिलाफ है, और इसका उन्मूलन करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का उन्मूलन कर देना चाहिये।