L19/Ranchi : झारखंड में हुए शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इंफोर्समेंट केस इंफोरमेशन रिपोर्ट (इसीआइआर) दर्ज करेगी। ग्रेटर नोएडा के कासना थाने में 30 जुलाई 2023 को शराब घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। इसी को आधार बना कर झारखंड के ईडी की टीम नया प्रवर्तम मामला दर्ज करायेगी। ईडी के अधिकारी झारखंड में छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) को सलाहकार बना कर नयी उत्पाद नीति लागू करने की दिशा में हुई कार्रवाई की जांच करेंगे। सरकार की तरफ से मई 2022 में नयी उत्पाद नीति पूरे राज्य में लागू की गयी थी। इसमें छत्तीसगढ़ की प्लेसमेंट एजेंसियों समेत वहां के थोक व्यापारियों को यहां काम दिया गया।
ईडी को उम्मीद है कि शराब घोटाले के अनुसंधान में बड़ा पर्दाफाश होगा। इसकी जद में कई अधिकारी और राजनेता आयेंगे। कासना थाने में दर्ज प्राथमिकी में ईड़ी ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के आरोपियों के विरुद्ध एक षड़यंत्र के तहत जालसाजी करने का आरोप लगाया है। यह प्राथमिकी छत्तीसगढ़ ईडी के उप निदेशक हेमंत के बयान पर की गयी है। प्राथमिकी में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले में शामिल आरोपी झारखंड में भी शराब की कथित बिक्री में भूमिका निभायी है।
राज्य की हेमंत सोरेन सरकार ने मई 2022 में नयी उत्पाद नीति छत्तीसगढ़ मॉडल के आधार पर लागू की थी। इसमें छत्तीसगढ़ में होलोग्राम की आपूर्ति करनेवाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी सिक्यूरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को भी झारखंड में होलोग्राम बनाने का ठेका दे दिया गया था। इसे उत्पाद विभाग के कमरा नंबर 202 औऱ 202 में कार्यालय खोलने की इजाजत भी दे दी गयी थी। हाल ही में झारखंड सरकार ने इस कंपनी को मिले ठेके को रद्द किया है।
इसी तरह छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड को भी झारखंड सरकार ने उत्पाद नीति लागू करने के कुछ ही महीने में हटा दिया। सरकार की तरफ से मैन पावर से जुड़ी कंपनी सुमीत फैसिलिटिज लिमिटेड, प्राइम वन वर्क फोर्स लिमिटेड, ईगल हंटर, ओम साईं डिस्टिलरी जैसी कंपनियों का 48 करोड़ से अधिक का बैंक गारंटी जमा कर लिया। अब भी ये कंपनियां हाईकोर्ट में जब्त की गयी राशि और सर्टिफिकेट केस किये जे के बाबत याचिका दायर की है।