L19 DESK : इसरो(ISRO) ने अपने पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य-एल1’ को लॉन्च कर दिया है। इस सूर्य मिशन को शनिवार दोपहर 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। भारत के इस पहले सौर मिशन से ISRO सूर्य के बारे अध्ययन करेगा। ISRO के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को अंतरिक्ष में ‘लैग्रेंज प्वाइंट’ यानी एल-1 कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद यह सैटेलाइट सूर्य पर होने वाली गतिविधियों का 24 घंटे अध्ययन करेगा। एल-1 सैटेलाइट को पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर स्थापित किया जाएगा। भारत के लिए एक बार फिर से ये गौरवांवित कर देने वाला पल है। जब भारत का अंतरिक्ष यान सूरज की यात्रा के लिए निकल पड़ा है। पृथ्वी से निकलने के बाद आदित्य यान L1 पॉइंट तक की यात्रा को तय करेगा, जिसमें उसे करीब 4 महीने का समय लगेगा।
बता दे की आदित्य एल1 मिशन इसरो का एक बड़ा प्रोजेक्ट है। सूर्ययान सूर्य का अध्ययन करेगा। आदित्य एल1 मिशन पर 400 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वहीं, चंद्रयान के लिए 615 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। आदित्य एल 1 मिशन सूर्य की ऊपरी सौर वायुमंडलीय गतिशीलता का अध्ययन करेगा। इस मिशन का एक मकसद सूर्य के वातावरण की जटिल गतिशीलता का अध्ययन करना भी है। इस मिशन के तहत एल-1 सौर कोरोना (सूर्य के वायुमंडल का सबसे बाहरी भाग) की बनावट, तपने की प्रक्रिया, तूफान, विस्फोट की उत्पत्ति, विकास, गति और अंतरिक्ष के मौसम को प्रभावित करने वाले कारकों का अध्ययन किया जाएगा।