L19/W. Singhbhum : चाईबासा में स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय के साथ ही अन्य विश्वविद्यालयों में ग्रेजुएशन की एडमिशन प्रक्रिया लगभग अंतिम चरण पर है। मगर इसके बावजूद, 50% से ज्यादा स्टूडेंट्स ने पेड आवेदन करने के बाद एडमिशन नहीं लिया। इससे साफ जाहिर है, विद्यार्थी कोल्हान और महिला विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। सीयूइटी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद चांसलर पोर्टल के जरिये कोल्हान विवि में अब तक 14, 831 विद्यार्थियों का दाखिला हुआ है। जबकि कोल्हान विवि में एडमिशन के लिए इस बार 34,337 आवेदन आये थे। इनमें पेड आवेदनों की संख्या 30,380 थी। मतलब, पेड आवेदन से भी आधे उम्मीदवारों ने ही कोल्हान विवि में दाखिला लिया। पैसे जमा करने के बाद भी उम्मीदवारों ने कोल्हान विवि में एडमिशन नहीं लिया।
ऐसी ही स्थिति जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की भी है। जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में अब तक मात्र 967 छात्राओं ने ही ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया है। जबकि यहां एडमिशन लेने कि लिए कुल 4,088 आवेदन आये थे। इसमें से पेड आवेदनों की संख्या 2,789 थी। यानी पैसे जमा करने के बाद भी 50%0 से अधिक छात्राओं ने जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं लिया। वहीं, इस विवि में पीजी के लिये अब तक केवल 16 एडमिशन हुए हैं। जबकि एडमिशन के लिए कॉलेज के पास 561 आवेदन आये थे, जिनमें से पेड आवेदनों की संख्या 368 थी। यही नहीं, जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में संचालित पीजी लेवल वोकेशनल कोर्सों में भी छात्राओं का रुझान काफी कम देखा जा रहा है। वोकेशनल कोर्स के लिए 960 आवेदन आये जिसमें 569 पेड आवेदन थे। इसमें मात्र 242 छात्राओं ने ही विवि में दाखिला लिया। जानकारों के अनुसार, यह कोल्हान के लिए अच्छे संकेत नहीं है।