L19/Ranchi : झारखंड के मुख्यमंत्री ने सोमवार को रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि हमारी सरकार ने हजारों की संख्या में सरकारी नियुक्ति की और भी सरकारी नियुक्तियां की जाएंगी। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में वर्तमान सरकार के गठित होते ही वैश्विक महामारी कोरोना ने देश और दुनिया में दस्तक दी। हमारी सरकार ने बिना कोई अफरा-तफरी के कोरोना संक्रमण से राज्यवासियों को बचाया है। पिछले साढ़े तीन वर्ष में हमारी सरकार कई चुनौतियों के बीच मजबूत कदमों के साथ आगे बढ़ रही है। हमारी सोच है कि हम झारखंड की जड़ को मजबूत करें। राज्य में विकास के कार्य अवरुद्ध नहीं होने चाहिए।
झारखंड में स्थापित उद्योग सेक्टर में 75% स्थानीय लोगों को ही नौकरी मिले
झारखंड हर दिन विकास की नई ऊंचाइयों को छुए, इस निमित्त एक बेहतर कार्य योजना बनाते हुए राज्यवासियों की भावना के अनुरूप हमारी सरकार चल रही है। हमारी सरकार ने झारखंड के इतिहास में पहली बार बड़ी संख्या में पशु चिकित्सक, फॉरेंसिक लैब साइंटिस्ट इत्यादि की नियुक्तियां की गयी हैं। राज्य के समावेशी विकास के लिए सरकारी नौकरी की भूमिका के साथ-साथ स्वरोजगार की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। सरकार ने ऐसे कानून भी बनाए हैं कि झारखंड में स्थापित उद्योग सेक्टर में 75% स्थानीय लोगों को ही नौकरी मिल सके।
हाल के दिनों में ही हमारी सरकार ने 10 हजार से ज्यादा स्थानीय युवक-युतियों को नामी-गिरामी औद्योगिक संस्थाओं में नियोजन को लेकर ऑफर लेटर दिया है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 100 करोड़ से अधिक की राशि ऋण स्वरूप लोगों के बीच वितरण की गई है, जिसका लाभ लेकर लोग स्वावलंबी बन रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को जड़ से मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकारी नियुक्तियों के साथ-साथ स्वरोजगार को लेकर भी राज्य सरकार गंभीर है। शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव किया गया है। झारखंड में सभी वर्ग के बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन प्राप्त हो।
सरकार द्वारा कई महत्वाकांक्षी योजनाएं बनाई गई है
- शिक्षा व्यवस्था में अभूतपूर्व बदलाव लाते हुए उत्कृष्ट विद्यालयों की शुरुआत की गई है।
- सीबीएसई पैटर्न की तर्ज पर उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षा दी जा रही है। उत्कृष्ट विद्यालयों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।
- वर्तमान शिक्षा व्यवस्था के साथ-साथ निजी विद्यालयों की तर्ज पर होनहार बच्चों को शिक्षा मिले इस निमित्त बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।
- राज्य में बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी सरकार की है।
- प्रतियोगिता परीक्षा से लेकर उच्च स्तरीय शिक्षा ग्रहण करने हेतु कई योजनाओं को चलाकर प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध करायी जा रही है।
- कोचिंग के लिए भी आर्थिक सहयोग बच्चों को हमारी सरकार दे रही है।
- आदिम जनजाति के बच्चे भी आगे चलकर बड़े पदाधिकारी बन सकें, इस निमित्त उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने हजारों की संख्या में सरकारी वैकेंसी पर नियुक्ति की है।
- झारखंड के इतिहास में पहली बार बड़ी संख्या में पशु चिकित्सक, फॉरेंसिक लैब साइंटिस्ट इत्यादि की नियुक्तियां की गयी हैं।
- हजारों की संख्या में और भी अलग-अलग क्षेत्रों में भी सरकारी नियुक्तियां हुई हैं।
राज्य में 1932 आधारित नियोजन नीति एवं सरना धर्म कोड क्यों नहीं पारित हो सका
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड को हर चीज में संघर्ष करना पड़ा है। पिछले 20 वर्षों में आखिर राज्य में 1932 आधारित नियोजन नीति एवं सरना धर्म कोड क्यों नहीं पारित हो सका? ओबीसी, एसटी, एससी के आरक्षण में वृद्धि क्यों नहीं हो सकी? पूर्ववर्ती सरकारों ने इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार क्यों नहीं किया? हमारी सरकार ने राज्य में 1932 खतियान आधारित नियोजन नीति, सरना धर्म कोड इत्यादि विधानसभा से पारित कर आगे बढ़ाने का काम किया है। कानूनी अड़चनों की वजह से ये मामले कभी राज्यपाल तो कभी केंद्र सरकार के यहां जाकर फंस जाते हैं। हमारा प्रयास है कि राज्यवासियों की मूल भावना को ताकत मिले और हम इसी अनुरूप कार्य करने पर अड़े हैं। हमारी सरकार ने इन मुद्दों को गंभीरता से लिया और आगे भी अपनी बात रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा हर क्षेत्र में हमारी सरकार पूरी तत्परता के साथ कर रही है कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के समावेशी विकास के लिए सरकारी नौकरी की भूमिका के साथ-साथ स्वरोजगार की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी सरकार की है। प्रतियोगिता परीक्षा से लेकर उच्च स्तरीय शिक्षा ग्रहण करने हेतु कई योजनाओं को चलाकर प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध करायी जा रही है। कोचिंग के लिए भी आर्थिक सहयोग बच्चों को हमारी सरकार दे रही है। आदिम जनजाति के बच्चे भी आगे चलकर बड़े पदाधिकारी बन सकें, इस निमित्त उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन वर्गों के बच्चों को नि:शुल्क छात्रावास एवं कोचिंग की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में हमारी सरकार पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही है, आगे भी जनकल्याण के कार्य होते रहेंगे। इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर सहित अन्य गण्यमान्य उपस्थित थे।