L19 DESK : आसनसोल के कारोबारी विष्णु अग्रवाल सोमवार 17 जुलाई को तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष उपस्थित होंगे। इन्हें इडी ने सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद बिक्री, चेशायर होम रोड में पुनीत भार्गव से खरीदी गयी जमीन समेत रांची के कई रिहायसी इलाके में खरीदी गयी एकड़ों-एकड़ भूमि के बारे में पूछताछ की जायेगी। इडी सूत्रों की मानें, तो अब तक बीमारी का बहाना देकर विष्णु अग्रवाल पूछताछ से बचते आ रहे हैं। अब इनकी गिरफ्तारी पर भी तलवार लटकने लगी है।
सरकार से इडी ने रंजन और अन्य आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है
अब तक सेना के कब्जेवाली जमीन यानी बरियातू रोड और सिरमटोली में विष्णु अग्रवाल की तरफ से खरीदी गयी 10 एकड़ से अधिक जमीन के बाबत दो बार पूछताछ की जा चुकी है। इसी सिलसिले में अब इडी की टीम यह जानना चाहती है कि कैसे विष्णु अग्रवाल ने फरजी तरीके से निबंधन कराने के लिए नकली दस्तावेजों का सहारा लिया। सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद बिक्री में अब तक जिले के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, हल्का कर्मचारी भानू प्रताप, जमीन बिचौलिया अफसरी अली उर्फ अब्सू खान, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, फरजी जमीन मालिक बने जगतबंघू टी इस्टेट को दिलीप घोष, फरजी डीड होल्डर प्रदीप बागची, डीड राइटर भरत प्रसाद, राजेश राय समेत अन्यकी गिरफ्तारी हो चुकी है। पूरे मामले में अभी विष्णु अग्रवाल और पुनीत भार्गव ही बचे हैं। अब तक इस प्रकरण में सरकार से इडी ने उपायुक्त रहे आइएएस छवि रंजन और अन्य आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है।
मिली जानकारी के अनुसार
जानकारी के अनुसार विष्णु अग्रवाल की कंपनी श्रीराम इलेक्ट्रो कास्ट प्राइवेट लिमिटेड पर हाईटेंशन फैक्टरी की 25 एकड़ जमीन भी लीज पर लेने की सूचना मिली है। बिहार राज्य औद्योगिक विकास निगम (बीएसआइडीसीएल) ने भी जुर्माना लगाया है। छह महीने से अधिक का किराया विष्णु अग्रवाल ने नहीं दिया है। वर्ष 2015 में हाईटेंशन फैक्टरी की जमीन 33 वर्ष के लिए लीज पर हैंड ओवर की गयी थी। इसका सलाना लीज रेंट शुरुआत में दो करोड़, चार लाख 11 हजार रुपये तय की थी। हर वर्ष पांच वर्ष 10 फीसदी होनी है। एकरारनामे की शर्त के अनुसार, लीज का रेंट भुगतान हर तिमाही बतौर एडवांस देना तय था। हाईटेंशन इंश्यूलेटर फैक्टरी के प्रभारी महाप्रबंधक इंद्रजीत कुमार के अनुसार श्री राम इलेक्ट्रो कास्ट ने ने मार्च 2023 से भुगतान नहीं किया है। यह रेंट जीएसटी के साथ मिला कर 76 लाख रुपये हो गया है। इसको लेकर बीएसआइडीसीएल ने भी भी विष्णु अग्रवाल को नोटिस भेजा है। बताया जाता है कि श्रीराम इलेक्ट्रो कास्ट लिमिटेड के यहां से न्यूक्लियस जूट बैग बनाया जा रहा है। इसके अलावा जमीन के सामनेवाले हिस्से में एक पेट्रोल पंप भी खोला गया है। यह बिसिको की जमीन का व्यावसायिक उपयोग है, जो नियमों और शर्तों के हिसाब से गलत है।
विष्णु अग्रवाल ने महिलौंग में भी 19 एकड़ जमीन ली है। यह खासमहाल लीज की जमीन थी। इस जमीन को तत्कालीन उपायुक्त रहे राय महिमापत रे और छवि रंजन की भूमिका संदिग्ध रही है। इन पर भी इडी की नजर है। वैसे इडी की तरफ से रांची के चांदनी चौक में बने न्यूक्लियस हाइट्स की जमीन पर भी जांच की जा रही है। इडी की तरफ से सर्कुलर रोड में बने न्यूक्लियस मॉल के कागजातों का ब्योरा भी रांची के शहर अंचल के अंचल अधिकारी से मांगा गया था।