L19/Ranchi : राजधानी रांची में ट्रैफिक हादसों के मामलों में तेजी आयी है। इनमें से एक बड़ा कारण उल्टे साइड से गाड़ी चलाना भी है। लोग अकसर जल्दबाजी के चक्कर में शॉर्टकट लेकर सड़क की उल्टी दिशा में गाड़ियां दौड़ा लेते हैं। पुलिस के आंकड़ों की मानें तो रांची के 5 हाइवे यानि ओरमांझी, नामकुम, तमाड़, बेड़ो और इटकी में बीते 6 महीने में 252 सड़क हादसेस हुए हैं। इनमें उल्टी दिशा में चलने के कारण हुई दुर्घटनाओं का दर 65 प्रतिशत है।
आपको बता दें, सड़क की उल्टी दिशा में गाड़ी चलाने के मामले में ट्रैफिक पुलिस नहीं, बल्कि अदालत जुर्माना तय करती है। इसलिये लोगों में डर दिखाई नहीं देता है। ये नजारा राजधानी के लगभग हर इलाके में देखा जा सकता है। सबसे अधिक दुर्घटना वाले मार्ग कांटाटोली से नामकुम के बीच भी जान को खतरे में डाल कर गलत दिशा में गाड़ियां चलती दिखाईं देती हैं।
वहीं, अगर ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों पर नज़र डालें, तो हाईवे पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं गलत दिशा में गाड़ियों के परिचालन से होता है। ओरमांझी में 6 माह में 12 दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई है। और ये 80 फीसदी दुर्घटनाएं गलत दिशा में गाड़ियों के परिचालन के वजह से हुई है। नामकुम में 6 माह में 18 दुर्घटनाएं हुई हैं। 50 फीसदी हादसे रॉन्ग ड्राइविंग की वजह से हुए। तमाड़ में बीते 6 माह में 180 हादसे हुए हैं। 60 फीसदी मामलों में हादसों की वजह रॉन्ग ड्राइविंग की वजह से हुई है। बेड़ो में 6 माह में 30 दुर्घटनाएं हुई हैं। 20 फीसदी हादसे रॉन्ग साइड से आने-जाने वाले वाहनों की वजह से हुए हैं। इटकी में 6 माह में 12 हादसे हुए है। 10 फीसदी रॉन्ग साइड की वजह से हुए।