L19 DESK : असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए अब PHD की जरूरत नहीं, जानें पूरी जानकारी अगर आप किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की चाहत रखते है और आपके पास पीएचडी की डिग्री नहीं है तो ये खबर आपके लिए है। क्योंकि अब असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए आपके पास PHD की डिग्री की जरूरत नहीं पड़ेगी। बता दे की आपको सिर्फ नेट, सेट या स्लेट की परीक्षा ही पास करने की जरूरत है। UGC ने इसे लेकर एक नोटिस जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि PHD की डिग्री ऑप्शनल रहेगी। नए नियम 1 जुलाई 2023 से लागू कर दिए गए हैं।
नया नियम क्या है जानिए
आयोग द्वारा जारी अधिसूचना में बताया गया है कि, ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों और अन्य शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता और उच्च शिक्षा में मानकों के रखरखाव के लिए अन्य मानदंड) रेगुलेशन 2018’ में संशोधन किया है, जो अब कहता है “NET/SET/ सभी उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर सीधी भर्ती के लिए NET/SET/SLET न्यूनतम मानदंड होगा।
इन रेगुलेशंस को अब ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों और अन्य शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता और उच्च शिक्षा में मानकों के रखरखाव के लिए अन्य मानदंड) (द्वितीय संशोधन) रेगुलेशन, 2023’ कहा जाएगा। ये 1 जुलाई 2023 से लागू हो गए है।
यूजीसी के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार ने उच्च शिक्षा संस्थानों में सहायक प्रोफेसर भर्ती के लिए संशोधित नियमों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भर्ती के लिए 1 जुलाई 2023 से पीएचडी अब ऑप्शनल होगा, जबकि नेट, सेट व स्लेट अब न्यूनतम अनिवार्य योग्यता होगी।गया है कि PHD की डिग्री ऑप्शनल रहेगी। नए नियम 1 जुलाई 2023 से लागू हो गए हैं।
UGC के ये थे पहले नियम
UGC के पहले के नियमों के मुताबिक, आर्ट्स, कॉमर्स, ह्यूमैनिटीज, लॉ, सोशल साइंसेस, साइंसेस, लैंग्वेज और फिजिकल एजुकेशन से सम्बन्धित विषयों के लिए सहायक प्रोफेसर भर्ती के लिए उम्मीदवारों को सम्बन्धित विषय में न्यूनतम 55 फीसदी अंकों के साथ PG और UGC नेट या UGC-CSIR नेट या SET/SLET परीक्षा पास होना जरूरी था। इसके अलावा संबंधित विषय में संशोधित नियमों के मुताबिक, PhD होल्डर भी आवेदन कर सकते थे।