L19/Saraikela Kharsawani : संवाद के दौरान स्कूल की एक छात्रा ने राज्यपाल से सांसद और राज्यपाल के रूप में अपने अनुभव को साझा करने का अनुरोध किया। जिसके बाद उन्होंने बताया कि सांसद के रूप में उन्होंने किस प्रकार अपने क्षेत्र की जनता के लिए सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, रोजगार आदि सुलभ कराने की दिशा में कार्य किया। बताया कि उन्होंने कोयंबटूर से 6 अतिरिक्त ट्रेनों का परिचालन कराने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। कहा कि राज्यपाल के रूप में वे अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के जीवन में सकारत्मक बदलाव देखना चाहते हैं।
इसलिए वे सुदूरवर्ती गांवों में जाकर ग्रामीणों से संवाद करते हैं और उनकी समस्याओं से अवगत होते हैं। उन्होंने कहा कि बिना फल की चिंता किये अपना कार्य करना चाहिए। प्रत्येक कार्य के लिए समय का निर्धारण करें। सीपी राधाकृष्णन ने बच्चों से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना प्रेरणास्रोत बताया। कहा कि वे देश के विकास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। आज भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन चुका है। लगातार प्रयास करने से सफलता अवश्य मिलती है। सीपी राधाकृष्णन ने अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय में भी जाकर बच्चों के साथ संवाद किया। साथ ही बच्चों के बीच खेल सामग्री बांटे। उन्होंने बच्चों से प्रदत्त शिक्षा, छात्रावास की व्यवस्था और खान-पान के बारे में जानकारी प्राप्त की।
बच्चों ने बताया कि उन्हें पोष्टिक भोजन मिलता है। खाना में अंडा भी दिया जाता है। राज्यपाल ने कहा कि बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए प्रोटिनयुक्त भोजन का होना आवश्यक है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि 8वीं और 9वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को भी सप्ताह में एक दिन अंडा और दो दिन दूध सुलभ हो। इसके लिए वे बैठक कर समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे। उन्होंने बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाते हुए मन लगाकर पढ़ने के लिए प्रेरित किया.राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने ईटाकुदर गांव जाकर ग्रामीणों के साथ भी सीधा संवाद किया. उन्होंने कहा कि वे झारखंड के कई सुदूरवर्ती गांवों में दौरा कर चुके हैं. उन्होंने कई सफल स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के साथ भी संवाद किया है