L19 DESK: आज सुबह भारतीय रेजर्व बैंक कि तीन दिवसीय बैठक खत्म हो चुकी है। इस बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में भारतीय आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने दिया है। चलिए जानते कौन कौन से लिए गए है बड़े फैसले ,कैसे इन फैसलों से पड़ेगा आपकी जेब पर असर?
- आरबीआई ने रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया है अर्थात रेपो रेट 6.50% पर स्थिर रहेगी और एसडीएफ रेट 6.25%, एनसीएफ रेट और बैंक रेट 6.75 पर कोई भी बदलाव नहीं किया गए है।
- 2023-2024 में भारत कि जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5% रह सकती है। पहली तिमाही जीडीपी ग्रोथ 8%,दूसरी तिमाही जीडीपी ग्रोथ 6.5%,तीसरी तिमाही जीडीपी ग्रोथ 6% और चौथी तिमाही गिडीपी ग्रोथ 5.7 रह सकती है।
- देश कि महंगाई पर गवर्नर ने कहा कि 2023-2024 महंगाई दर 5.1%हो सकती है। कारोबारी साल की पहली तिमाही महंगाई दर 4.6%,दूसरी 5.2%,तीसरी 5.4% और चौथी तिमाही महंगाई दर 5.2% हो सकती है।
- उन्होंने 2000 के रुपए को लेकर कहा कि इस नोटों को बैंक में जमा करने से बड़ा फायदा होगा,इस से भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी ।
- 2024 वर्ष के लिए रिटेल मुद्रास्फीति को अनुमानित 5.1%किया गया है। पहले इसका अनुमान 5.2% लगाया गया था।
- आरबीआई ने रुपए कार्ड लेकर बड़ा एलान किया है, की प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड जारी करने कि अनुमाती दी जा चुकी है। गैर बैंक कंपनी को रूपेय वाउचर को जारी किया जायगा, जिससे ई -रूपया के दायरे का विस्तार किया जा सकेगा।
- भू- राजनीतिक स्थिति की वजह से वैश्विक आर्थिक गतिविधियों कि गति धीमी हो गई है। इससे अनिवासी जमा में नेट ईनफ्लो वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। ये आकडे पिछले साल 2022 में 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
- मुद्रास्फिति 4% लक्ष्य से ऊपर है और भारत के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है।
- 2024 में कारोबारी दर 4% ऊपर रह सकती है।
- वित्त वर्ष 2024 में महंगाई दर लक्ष्य से ऊपर रह सकता है और एमपीसी कि 43 वीं बैठक में “withdrawal of Accomodation” रुक जारी रखा गया है।