L19 : कैश कांड मामले में शुक्रवार को हाईकोर्ट मे बहस हुए और अदालत ने इस पूरे मामले पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है । बात दे की पश्चिम बंगाल में 48 लाख रुपए के साथ पकड़े गए तीनों विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने जीरो एफआईआर को कोलकाता स्थानांतरित किए जाने को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी। जज एस चंद्रशेखर की अदालत में मामले की सुनवाई हुई ।
ED तीनों विधायकों से पूछताछ कर चुकी है
थाना प्रभारी से पूछताछ के पहले ही ईडी ने कैश कांड मे शामिल कांग्रेस के तीनों विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगाड़ी से बारी-बारी से पूछताछ कर चुकी है । ईडी इससे पहले बेरमो विधायक से पूछताछ की थी ।
जानिए पूरे कैस कांड का मामला
बंगाल पुलिस ने कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सेल कोंगाडी को गिरफ्तार कर लिया गया था । उनके पास से 48 लाख रुपये की कैस बरामद किया गया था । लेकिन उन्होंने जोर देते हुए कहा था की उनका वैध पैसा था । जिसे वे लोगों को देने के लिए ‘साड़ियां’ खरीदने के लिए ले जा रहे थे । 30 जुलाई को तीनों विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया था । हिरासत के एक दिन बाद बेरमो विधायक जयमंगल सिंह ने अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की थी ।
अनूप सिंह ने कराया था जीरो एफआईआर
विधायक अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में तीनों विधायक के खिलाफ जीरो एफआईआर किया था जिसमें कहा गया था कि तीनों विधायक ने सरकार को अस्थिर करने के लिए 10 करोड़ का ऑफर और मंत्री पर का लालच दिया गया था. बता दें कि अनूप सिंह इससे पहले भी साल 2020 में एक एफआईआर करा चुके हैं. उस दौरान भी उन्होंने कहा था कि सरकार गिराने के लिए उन्हें ऑफर दिया गया था.