L19 DESK : पश्चिम बंगाल के कारोबारी और न्यूक्लियस मॉल रांची के संचालक विष्णु अग्रवाल प्रवर्तन निदेशालय (इडी) के क्षेत्रीय कार्यालय में पहुंच गये हैं। उन्हें इडी की तरफ से समन भेज कर रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था। इडी के अधिकारियों ने कारोबारी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ शुरू कर दी है। विष्णु अग्रवाल के यहां 22 नवंबर को कारोबारी अमित अग्रवाल के साथ छापामारी की गयी थी। इसमें सेना की जमीन की अवैध खरीद बिक्री से लेकर राजधानी रांची के चेशायर होम रोड, नामकुम अंचल के पुगड़ू, बसारगढ़, कांके अंचल की जमीन, सर्कुलर रोड की जमीन तथा शहर अंचल में सेना के कब्जेवाली जमीन भी शामिल है। बताया जाता है कि विष्णु अग्रवाल से विवादित जमीन खरीदने के लिए कोलकाता से फरजी डीड बनाने के मामले में पूछताछ कीजायेगी।
इसके अलावा यह सवाल भी ढूंढ़ा जा रहा है कि कैसे फरजी कागजातों का सहारे रांची में जमीन खरीदी गयी। चाहे वह बड़गाई अंचल के चेशायर होम रोड के खाता 37 का मामला हो अथवा सिरमटोली में प्लाट नंबर 851, 851 ए, 851 बी की जमीन का मामला हो। इडी के पास आयी शिकायतों को लेकर भी इडी की भौंहें तनी हुई विषणु अग्रवाल के अलावा इस मामले में सोमवार को राजेश राय, लखन सिंह और भरत प्रसाद को भी ईडी के समक्ष उपस्थित होना है। सभी को निलंबित आईएएस छवि से के आमने सामने बैठाकर ईडी पूछताछ करेगी । ताकि कोई अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज न कर पाए। उधर यह भी कयास लगाया जा रहा है कि रांची के पूर्व डीसी रहे छवि रंजन के समक्ष भी विष्णु अग्रवाल को बैठा कर पूछताछ की जा सकती है।
छवि रंजन इडी के न्यायिक हिरासत में है। उन्हें रविवार सात मई सो छह दिनों के रीमांड पर हैं। रिमांड अवधि के दौरान ईडी ने छवि रंजन से पहले दिन पूछताछ की, इस दौरान अमित अग्रवाल और प्रेम प्रकाश से छवि रंजन ने किसी भी तरह के संबंध होने से इनकार किया। पूछताछ के दौरान ईडी के अधिकारियों ने जब छवि रंजन से प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल से उनके संबंधों के विषय में पूछताछ की, तब छवि रंजन ने दोनों से किसी भी तरह के परिचय से ही इनकार कर दिया। लेकिन ईडी के अधिकारियों ने जब दोनों से परिचय के संबंध में सबूत दिखाए, तो छवि रंजन ने चुप्पी साध ली।