L19 DESK : आंगनबाड़ी सेविका मालती सोरेन हत्याकांड की उलझन को सुलझाने के लिए पुलिस तकनीकी जांच टीम से मदद ले रही है। शुक्रवार को रांची से आयी फोरेंसिक, सीआइडी और डॉग स्क्वायड की टीम ने शुक्रवार को चटकी गांव में उनके घर एवं पहाड़ पहुंच कर घटनास्थल पर पड़ताल की। टीम ने घटनास्थल से बाल, हड्डी व ब्लड सैंपल कलेक्ट किया।
फॉरेंसिक टीम के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ मुकुंद कुमार सिन्हा ने बताया कि घटनास्थल से कलेक्ट किये गये ब्लड सैंपल के साथ मृतका मालती सोरेन के पिता सलखु सोरेन या माता संझली टुडू के ब्लड सैंपल से डीएनए जांच की जायेगी। वहीं डॉग स्क्वायड की मदद से शव के बाकी हिस्सों को भी खोजने का प्रयास किया गया है, लेकिन पुलिस को सफलता हासिल नही हुई है। बोरियो थाना क्षेत्र के चटकी जंगल से मिले महिला के साहिबगंज पुलिस शव के टुकड़ों को लेकर शुक्रवार को फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची।
यहां कार्यपालक दंडाधिकारी सुप्रिया एक्का की उपस्थिति में फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ एन अशोक ने पोस्टमार्टम किया। डीएनए कि जांच के लिए सैंपल रखा गया है। जानकारी के अनुसार तीन मई को साहेबगंज जिला के बोरियो थाना क्षेत्र के चटकी जंगल में कई टुकड़ों में कटा एक महिला का शव बरामद किया गया था। शव को बोरियो थाना के एएसआइ छविनाथ किस्कू पोस्टमार्टम के लिए लेकर पहुंचे थे। बताया जा रहा है, कि मालती सोरेन की बहन ने जब शव के टुकड़े और आसपास बरामद कपड़ों को देखा, तो उसकी पहचान करते हुए कहा कि यह उसकी दीदी मालती है। सोरेन की बहन ने बताया कि उसका जीजा तलू किस्कू ने हाल ही में दूसरी शादी की है, इसलिए मालती को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर सबूत मिटाने के उद्देश्य से शव को कई टुकड़ों में बांट दिया।