L19 DESK : झारखंड में दिनों दिन विस्थापन के बाद मानव तस्करी एक ज्वलंत मुद्दा बनते जा रही है। बीते दिनों ऐसा ही एक मामला देखने को मिला। राजधानी रांची चांहो थाना क्षेत्र के सिलागांई की 18 वर्षीय युवती जो राजस्थान के भरतपुर में मानव तस्करी की शिकार हुई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसे काम दिलाने के बहाने राजस्थान ले जाया गया था। वहां उसे शादी के लिए बेच दिया गया। वह शादी नहीं करना चाहती थी, लेकिन शादी के बिना आरोपियों को पैसे नहीं मिलता, इसलिए आरोपियों ने उसकी मांग में सिंदूर डालकर भरतपुर के एक युवक के साथ से फोटो खींच लिया था। उसकी शादी नहीं हुई थी, वह वहां से घर आने को परेशान थी।
स्वेच्छा से शादी के लिए उससे लगातार दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन वह शादी करने को तैयार नहीं थी। इस वजह से उसे रोजाना पीटा जाता था, उसे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित के साथ खाना भी ठीक से नहीं दिया जाता था। जब वह परेशान हो गई तब वह किसी तरह अपनी मां से फोन पर संपर्क किया और पूरे मामले से उन्हें अवगत कराया। राजस्थान के भरतपुर में जब इस संबंध में संपर्क साधा गया और कोतवाली एएचटीयू थाना प्रभारी दुर्गा देवी के नेतृत्व में छापामारी की गई तब पुलिस ने युवती को बरामद किया गया,बाद में उसे रांची लाया गया। जैसा कि इस संबंध में जब 18 अप्रैल को कोतवाली एएचटीयू थाना में केस दर्ज हुआ था, तब इस मामले पर पुलिस ने रांची के 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।