L19 DESK : राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच में आतंकी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और भाकपा माओवादी के बीच सबंध का खुलासा हुआ है। झारखंड में नक्सली संगठनों के सदस्यों को ट्रेनिंग देने के लिए पीएलए और भाकपा माओवादी के बीच एक बैठक भी आयोजित की गयी थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आतंकी संगठन पीएलए के अध्यक्ष ने भी सीपीआई के महासचिव को 6 अप्रैल, 2010 को सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए बधाई दी थी। इस घटना में छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गये थे।
जांच से यह भी पता चला कि पीएलए ने माओवादी कैडरों को रसद सहायता प्रदान की थी। दोनों संगठन नियमित रूप से संचार और ई- मेल का आदान- प्रदान कर रहे थे। एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि पीएलए ने भाकपा माओवादियों के समर्थन से देश को अस्थिर करने की साजिश रची थी। जांच से पता चला कि आतंकी संगठन पीएलए ने कोलकाता में एक संपर्क कार्यालय स्थापित किया था। जहां कई दौर की बैठक भी हुई थी। भाकपा माओवादी संगठन के नेता ने संघ के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए एकीकृत कार्रवाई करने के लिए बैठक में तौर- तरीकों पर चर्चा की थी।