L19 DESK : चेशायर होम रोड में एक एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री में हुए फर्जीवाड़े को लेकर सदर थाने में दर्ज कांड संख्या 399/22 की रांची पुलिस दोबारा जांच करेगी। रांची पुलिस ने कोर्ट को यह लिखित जानकारी दी गया और बताया गया है, कि इस मामले में ईडी की ओर से पत्राचार किया गया था। ईडी के पत्र में कहा गया है, कि खाता संख्या 37 की जमीन की बिक्री मामले में कई तथ्य सामने आये हैं, जिसका सत्यापन करने और साक्ष्य जुटाने के लिए अनुसंधान जरूरी है। इस जमीन को पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के नजदिकी रहे पुनीत भार्गव ने कारोबारी विष्णु अग्रवाल को जमीन बेच दी थी।
रांची पुलिस के सदर थाने में पुलिस ने हाल ही में कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दे दी थी। रांची पुलिस ने कोर्ट को बताया था कि मामला जमीन विवाद का है। ईडी ने इस मामले में फर्जीवाड़ा का खुलासा किया तो रांची पुलिस की भद्द पीटने लगी। ईडी के पत्राचार के बाद फिर से अनुसंधान शुरू हुआ है। आईओ सदर थानेदार श्याम किशोर महतो व पर्यवेक्षणकर्ता सिटी डीएसपी को बनाया गया है। मंगलवार से इस मामले में फिर से अनुसंधान शुरू हो जाएगा।
ईडी ने रांची पुलिस को दी कई प्रकार के फर्जीवाड़े की जानकारी
ईडी ने रांची पुलिस को किए पत्राचार में बताया है कि जमीन की खरीद बिक्री के लिए रेकर्ड में छेड़छाड़ की गई है। केमिकल से डिटेल्स मिटा उसकी जगह दूसरे के नाम व अन्य बातें लिखी गईं। फॉरेंसिक जांच में इसका खुलासा हुआ है। वहीं यह भी पाया गया कि उक्त दस्तावेज में कोलकाता को पश्चिम बंगाल में दिखाया गया था, जबकि 1932 में पश्चिम बंगाल था ही नहीं, तब सिर्फ बंगाल हुआ करता था।