L19/Dumka : गर्मी के दस्तक ने बड़ाई पेयजल संकट ।बता दें कि दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के सिंहनी पंचायत के जामाबहियार गांव में पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण हरिजन आदिवासी बाहुल्य इस गांव के ग्रामीणों को कुऐं के दूषित जल से अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के चापानल खराब पड़े हुए हैं। कुछ वर्ष पूर्व शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा गांव में एक जल मीनार का निर्माण कराया गया, लेकिन यह जल मीनार मात्र कुछ ही घरों तक पानी पहुंचाने में सक्षम है ।
बाकी लोग इस भीषण गर्मी में कुआं या अन्य जल स्रोतों से पेयजल का उपयोग कर रहे हैं। जल मीनार से सभी घरों तक पानी पहुंचाने को लेकर ग्रामीणों ने कई बार ठेकेदार एवं विभाग से गुहार लगायी, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई और समस्या जस की तस बनी हुई है। अभी के समय में भीषण गर्मी पड़ रही है और ऐसे में ग्रामीण महिलाएं गांव से दूर स्थित कुएं के जल को पीने के पानी के रूप में उपयोग कर रही है जो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। लोगों ने जल्द से जल्द शुद्ध पेयजल की समुचित व्यवस्था कराने की मांग की है।