L19 DESK : झारखंड के उत्पाद सचिव आइएएस विनय चौबे और उत्पाद आयुक्त करण सत्यार्थी से प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की रायपुर इकाई ने शनिवार को घंटों पूछताछ की। देर शाम उनके रांची आने की खबरें सामने आ रही हैं। इडी ने छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट के झारखंड कनेक्शन और झारखंड में नयी आबकारी नीति लागू करने में कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के प्रबंध निदेशक रहे एपी त्रिपाठी, रायपुर के मेयर अनवर ढेबर के साथ हुई डिलिंग की जानकारी ली।
इस पूछताछ में छत्तीसगढ़ के आइएएस अफसर अनिल टूटेजा को भी शामिल होना था, पर वे स्वास्थ्य कारणों से नहीं आये। उन्होंने इडी से समय की मांग की है। झारखंड में उत्पाद नीति 2022 का संशोधित एक्ट मई 2022 में लागू किया गया। इसको लेकर राज्य को 10 जोन में बांट कर चार प्लेसमेंट एजेंसियों को शराब बेचने और राजस्व वसूली का जिम्मा दिया गया। सरकार की तरफ से छत्तीसगढ़ की दो कंपनियां, (जो अनवर ढेबर के संपर्क में थीं) दिशिता वेंचर्स और ओम साईं डिस्टलरीज को शराब का थोक कारोबारी नियुक्त किया गया।
छतीसगढ़ की सुमीत फैसिलिटिज, ए2जेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, इगल हंटर, प्राइम वन को 1580 शराब दुकानों में अंचल वार बिक्री करने और राजस्व वसूली की जबावदेही दी गयी। मई 2022 से लेकर दिसंबर 2022 तक चार उत्पाद आयुक्त सरकार की तरफ से बदले गये। इस बीच छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कारपोरेशन लिमिटेड (सीएसएमसीएल) को भी सलाहकार की भूमिका से हटा दिया गया।