L19 DESK : झारखंड में डायन बिसाही के नाम पर होने वाली हत्याओं के रोकथाम के लिये जिला पुलिस के लेवल से कार्रवाई शुरु हो चुकी है। सिमडेगा पुलिस ने अलग अलग थाना क्षेत्रों में सक्रिय 72 ओझा गुनी की तैयारी की है। चिह्नित किये गये ये ओझा गुनी की गतिविधियां पुलिस की निगरानी पर है। पुलिस के अनुसार, इनके द्वारा अंधविश्वास फैलाने के कारण से ही डायन-बिसाही के मामले में वृद्धि होती है।
डायन-बिसाही से संबंधित मामलों का ब्योरा सिमडेगा पुलिस ने तीन सालों के दौरान जिला में दर्ज किया है। ब्योरे के मुताबिक, डायन-बिसाही को लेकर प्रताड़ित करने के आरोप में महिला थाना में 8 सितंबर 2020 को केस दर्ज किया गया था। यह केस 10 जून 2022 को समझौता के आधार पर खत्म हो गया। बता दें, सिमडेगा पुलिस ने कुछ ऐसे इलाकों को भी चिह्नित किया है, जो डायन-बिसाही के मामलों के लिए खतरनाक माने जाते हैं।